नई दिल्ली : कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी और ममता बनर्जी के बीच की जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. नया मामला पश्चिम बंगाल और भाजपा के बीच एक नया मोड़ आ गया है. आरोप प्रत्यारोप के बीच अब दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे के कार्यालयों पर कब्जा, तोड़फोड़ और हिंसा का आरोप लगा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी ने फेसबुक और ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल फोटो बदल कर ‘जय हिंद, जय बांग्ला’ लिख दिया है.
मामला 30 मई का है जब पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना के नैहाटी ममता बनर्जी पहुंची और जिले के अपने ऑफिस पर दोबारा कब्जा किया. जिसपर भाजपा का नाम लिखा था और पार्टी का निशान बना हुआ था. वहां पहुंचकर तृणमूल की अध्यक्ष ने एक पेंटर ब्रश से दीवार पर तृणमूल का चिन्ह बनाया.
बताया जा रहा है कि ममता ने जिस बिल्डिंग पर अपनी पार्टी का चुनाव चिन्ह बनाया उसे हाल ही में अभी-अभी निर्वाचित बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कब्जा कर लिया है. अर्जुन ने बराकपोर में दिनेश त्रिवेदी को हराया है.
ममता ने बदली सोशल मीडिया डीपी
कुछ दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं के ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने पर भड़कीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमत्री ममता बनर्जी और उनके तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर और फेसबुक पर अपनी डिस्पले पिक्चर (डीपी) रविवार रात को बदल दी और उनकी डीपी में अब ‘जय हिंद, जंय बांग्ला’ नजर आ रहा है.
इससे पहले दिन में, एक विस्तृत फेसबुक पोस्ट में बनर्जी ने भाजपा पर धर्म को राजनीति के साथ मिलाने का आरोप लगाया और लोगों से किसी भी तरह की अराजकता और अशांति को रोकने का आग्रह किया. महात्मा गांधी, क्रांतिकारी नेता नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, मातंगिनी हाजरा, नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर, और कवि काजी नजरूल इस्लाम की तस्वीरों के साथ तृणमूल के आधिकारिक ट्विटर और फेसबुक अकाउंट की डीपी भी बदलकर ‘जय हिंद, जय बांग्ला’ कर दी गई.
19वीं सदी के बंगाल के पुनर्जागरण के अगुआ जैसे कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर, राजा राम मोहन राय, धार्मिक और सामाजिक विचारक स्वामी विवेकानंद और भारतीय संविधान के जनक बी. आर. अम्बेडकर भी डीपी का हिस्सा हैं. बनर्जी और तृणमूल के अन्य नेताओं ने पिछले महीने कोलकाता में भाजपा प्रमुख अमित शाह के चुनाव रोड शो के दौरान हुई हिंसा और विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में विद्यासागर की तस्वीर प्रदर्शित करने के लिए अपनी सोशल मीडिया डीपी को बदल दिया था.
भाजपा धार्मिक नारा जय श्री राम का कर रही है गलत इस्तेमाल
बनर्जी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘जय सिया राम, जय राम जी की, राम नाम सत्य है आदि धार्मिक और सामाजिक धारणाएं हैं. हम इन भावनाओं का सम्मान करते हैं. लेकिन भाजपा धर्म को राजनीति के साथ मिलाकर धार्मिक नारे जय श्री राम का अपने पार्टी के नारे के रूप में गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है.’
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— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) June 2, 2019
उन्होंने कहा, ‘हम तथाकथित आरएसएस के नाम पर दूसरों पर राजनीतिक नारों को थोपने का सम्मान नहीं करते जिसे बंगाल ने कभी स्वीकार नहीं किया. यह बर्बरता और हिंसा के माध्यम से नफरत की विचारधारा को बेचने का एक जानबूझकर किया जा रहा प्रयास है जिसका हमें विरोध करना चाहिए.’
यह स्पष्ट करते हुए कि उन्हें किसी भी पार्टी के नारे के साथ कोई समस्या नहीं है, उन्होंने लिखा, “प्रत्येक राजनीतिक दल का अपना नारा होता है. मेरी पार्टी के पास जय हिंद, वंदे मातरम का नारा है. वामपंथियों का नारा है इंकलाब जिंदाबाद. अन्य पार्टियों के अलग-अलग नारे हैं. हम एक-दूसरे का सम्मान करते हैं.’
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तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि कोई भी हर समय लोगों को ‘मूर्ख’ नहीं बना सकता है. उन्होंने बंगाल में फैलाए जा रहे विभाजन के प्रयास के प्रति लोगों को चेताया. उन्होंने लोगों से देश की धर्मनिरपेक्ष छवि को बरकरार रखने के लिए भाजपा के ऐसे कदमों का कड़ाई के साथ विरोध करने का आग्रह किया.
ममता दीदी ‘गेट वेल सून’
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता ममता बनर्जी को दस लाख ‘जय श्री राम लिखा’ पोस्ट कार्ड भेज रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि हमलोग सोमवार को ममता दीदी को ‘गेट वेल सून’ यानी ‘जल्दी स्वस्थ हों’ का कार्ड भेज रहे हैं.
पिछले दो बार से पश्चिम बंगाल के आसनसोल से भाजपा के सांसद सुप्रियो ने कहा कि ममता एक अनुभवी राजनीतिज्ञ है लेकिन उनका व्यवहार असामान्य और चौंकाने वाला है. उन्हें अपने व्यवहार में राजनीतिज्ञ परिपक्वता दिखानी चाहिए. उन्हें कुछ दिनों के लिए आराम की जरूरत है. वह बंगाल में भाजपा की उपस्थिति से परेशान हैं. बता दें कि पिछले दिनों से लगातार उनके आने जाने के दौरान जय श्री राम का नारा लगाकर ट्रोल किया जा रहा है जिसे लेकर ममता बनर्जी ने भी भाजपा और उनके नेताओं की आलोचना करते हुए कहा है कि किस तरह जय श्री राम का नारा उपयोग भाजपा के लोग कर रहे हैं. और वह एक धार्मिक नारे को अपनी पार्टी के स्लोगन के रूप में उपयोग करने जा रहे हैं.
बता दें कि 30 मई को उत्तरी 24 परगना में जय श्री राम का नारा लगाने के दौरान खूब डांटा फटकारा था और कहा था,’ ये भाजपा के लोग हैं और बाहर राज्यों के आए हुए अपराधी है.
ममता के इस बयान पर भाजपा के नेता दिलीप घोष ने उनकी आलोचना करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री अपना दिमागी संतुलन खो चुकी हैं.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)