बेंगलुरु: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने दावा किया कि उनकी पार्टी के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के नियंत्रण वाली 40,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय निधि का ‘दुरुपयोग’ होने से ‘बचाने’ के लिए बहुमत न होने के बावजूद पिछले महीने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया था. एक ओर कांग्रेस पार्टी ने हेगड़े के इस बयान पर भाजपा को आड़े हाथों लिया और प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि मोदी सरकार की पोल खुल चुकी है.
हेगड़े के बयान के बाद जहां भाजपा बैकफुट पर आ गई है वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस सामने आए और उन्होंने कहा,’ मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए ऐसा कोई पॉलिस निर्णय नहीं लिया है. ऐसे सारे आरोप पूरी तरह से गलत हैं.’
#WATCH Former Maharashtra CM & BJP leader Devendra Fadnavis on Ananth K Hegde (BJP) remark, 'Devendra Fadnavis became CM & in 15 hours he moved Rs 40,000 crores back to Centre': No such major policy decision has been taken by me as CM. All such allegations are false. pic.twitter.com/wSEDOMGF4N
— ANI (@ANI) December 2, 2019
बता दें कि 80 घंटे तक दोबारा भाजपा द्वारा देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाए जाने को हेगड़े ने ‘नाटक’ बताते हुए इस प्रकरण में एक नया दिलचस्प मोड़ देने की कोशिश की.
हेगड़े ने मुख्यमंत्री के तौर पर फडणवीस के दूसरी बार शपथ लेने के महज 80 घंटों बाद इस्तीफा देने को ‘नाटक’ बताते हुए कहा कि यह इसलिए किया गया कि विकास कार्यों के लिए दी गई निधि की ‘रक्षा’ की जा सके.
जवाब दें प्रधानमंत्री : कांग्रेस
कांग्रेस ने महाराष्ट्र में भाजपा की अल्पकालिक सरकार बनने के संदर्भ में पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के कथित दावे को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब की मांग करते हुए कहा कि इससे मोदी सरकार की पोल खुल गई है.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘एक पूर्व केंद्रीय मंत्री ने खोली मोदी सरकार की पोल, भाजपा का महाराष्ट्र विरोधी चेहरा बेनक़ाब हुआ.’
उन्होंने सवाल किया, ‘क्या संघीय ढांचे को पांव तले रौंद दिया गया? क्या जनता और किसान की भलाई के काम आने वाला 40,000 करोड़ रुपया एक षड्यंत्र के तहत वापस ले लिया गया?’
और क्या-क्या बोले हेगड़े
हेगड़े ने कहा, ‘आप सभी जानते हैं कि महाराष्ट्र में हाल ही में महज 80 घंटों के लिए हमारा आदमी मुख्यमंत्री था लेकिन जल्द ही फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया. हमने यह नाटक क्यों किया? क्या हम नहीं जानते थे कि हमारे पास बहुमत नहीं है, वह क्यों मुख्यमंत्री बने? यह आम सवाल है जो हर कोई पूछ रहा है.’
उत्तर कन्नड़ जिले में येल्लापुर में उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान के दौरान शनिवार को एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री के नियंत्रण में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि थी. अगर राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना सत्ता में आती तो निश्चित तौर पर 40,000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल विकास कार्य के लिए नहीं किया जाता और इसका दुरुपयोग किया जाता.’
भाजपा नेता ने कन्नड़ भाषा में कहा, ‘यह पहले ही तय था. जब हमें पता चला कि तीनों पार्टियां सरकार बना रही हैं तो यह नाटक रचने का फैसला किया गया. इसलिए बंदोबस्त किया गया और फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई जिसके बाद 15 घंटों के भीतर फडणवीस ने पैसे को वही पहुंचा दिया जहां उसे जाना चाहिए था और उसे बचा लिया.’
उन्होंने कहा, ‘पूरा पैसा केंद्र सरकार को वापस दे दिया गया वर्ना ‘अगले मुख्यमंत्री ने…आप जानते हैं कि क्या किया होता.’