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Wednesday, 20 November, 2024
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मध्य प्रदेश में संतों ने कहा, ‘नर्मदा की सफाई के नाम पर घोटाला हुआ है.’

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कांग्रेस ने आरोप लगाया, मुख्यमंत्री शिवराज के प्रमुख सचिव के मार्गदर्शन में सरकारी भवन से हो रहा है भाजपा का प्रचार, निर्वाचन आयोग में शिकायत की.

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के लिए चुनावी रण में उतरे शिवराज सिंह चौहान की मुसीबतें बढ़ रही हैं. शिवराज सिंह चौहान को साधु-संतों का बड़ा हितैषी राजनेता माना जाता है, मगर अब यही साधु-संत शिवराज के लिए मुसीबत बनने लगे हैं. कंप्यूटर बाबा की अगुवाई में साधु ने मंगलवार को इंदौर में संत समागम कर शिवराज पर जमकर हमले बोले और कहा कि ‘धर्म के नाम पर सत्ता में आई भाजपा ने धर्म को ही भुला दिया है.’

दूसरी ओर मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने ‘सिल्वर टच’ नामक कंपनी की गतिविधियां राजधानी की एक सरकारी इमारत से चलाने का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की है. कांग्रेस का आरोप है कि सरकारी इमारत से भाजपा का प्रचार किया जा रहा है और इसमें सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं.

शिवराज सरकार ने साधु-संतों को ठगा 

अभय खेल प्रशाल में मंगलवार को संत समागम में जमा हुए साधु-संतों ने नर्मदा नदी की दुर्दशा पर चिंता जताई और कहा, ‘बीते 15 साल से राज्य की धर्मप्रेमी जनता परेशान है, नर्मदा नदी की सफाई और पौधरोपण के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है.’

प्रदेश सरकार ने कंप्यूटर बाबा को राज्यमंत्री का दर्जा दिया था. वह अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री पर उपेक्षा और नर्मदा नदी के लिए काम न करने का आरोप लगाया था. कंप्यूटर बाबा आने वाले दिनों में इसी तरह के समागम ग्वालियर, खंडवा, रीवा व जबलपुर में करने वाले हैं.

इंदौर के संत समागम में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे साधु-संतों ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और कहा कि इस सरकार ने साधु-संतों और मठ-मंदिरों के महंतों को सिर्फ ठगा है.

राज्य में अगले माह चुनाव होने वाले हैं और साधु-संतों की खुली जंग के ऐलान के चलते भाजपा की मुसीबतें बढ़ गई हैं. संत समागम ने किसी दल का समर्थन तो नहीं किया है, मगर वर्तमान सत्ता का विरोध जरूर किया है.

मुख्य सचिव के मार्गदर्शन में हो रहा प्रचार

मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने ‘सिल्वर टच’ नामक कंपनी की गतिविधियां राजधानी की एक सरकारी इमारत से चलाने का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की है. शिकायत में कहा गया है कि इस कंपनी का अमला भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहा है. कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा के नेतृत्व में मंगलवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांता राव को शिकायत सौंपी.

शिकायत में कहा गया है कि संविदा नियुक्ति पर तैनात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव एसके मिश्रा के मार्गदर्शन में ‘सिल्वर टच’ कंपनी के कर्मचारी सरकारी भवन में बैठकर भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं. यह कंपनी ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक और वाट्सएप पर संदेश भेजने का काम कर रही है.


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शिकायत में कहा गया है कि मिश्रा संविदा नियुक्ति पर हैं और वह जन संपर्क विभाग के प्रमुख सचिव के साथ जनसंपर्क विभाग के उपक्रम माध्यम के प्रबंध संचालक भी हैं. वह भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.

कांग्रेस का आरोप है कि मिश्रा को माध्यम के कार्यपालक संचालक मंगला प्रसाद मिश्रा का पूरा साथ मिल रहा है. मंगला प्रसाद के खिलाफ ईओडब्ल्यू में मामला भी दर्ज है. इसके अलावा ‘सिल्वर टच’ के प्रमुख तुषार पांचाल का नाम पहले ‘फेक न्यूज’ (फर्जी खबर) के एक मामले में आ चुका है, और इसी कंपनी से जुड़ा व्यक्ति कुमार सौरभ फर्जीवाड़े के एक मामले में गिरफ्तार हो चुका है.

कांग्रेस का आरोप है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में इलेक्टॉनिक मीडिया की मॉनीटरिंग के लिए उप संचालक राजेश बेन को तैनात किया गया है. बेन पर आरोप है कि उन्होंने आचार संहिता लागू होने से पहले जनसंपर्क विभाग में रहते हुए इलेक्टॉनिक मीडिया को करोड़ों रुपये के सरकारी विज्ञापन दिए हैं और अब निर्वाचन कार्यालय में बैठकर इलेक्टॉनिक मीडिया को प्रभावित करने में जुटे हैं.

कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मांग की है कि माध्यम में पदस्थ एमडी, ईडी के मोबाइल फोन नंबर और इलेक्टॉनिक डिवाइस जब्त कर विभिन्न पहलुओं की जांच कराई जाए.

दिग्विजय का महापाप भुगतेगी कांग्रेस: शिवराज

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के 10 साल के शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह की सरकार ने प्रदेश में कई महापाप किए हैं और कांग्रेस को इन महापापों का खामियाजा भुगतना होगा.

मुख्यमंत्री शिवराज ने मंगलवार को रीवा जिले के त्योंथर एवं सिरमौर में जनआशीर्वाद यात्रा के अंतर्गत आयोजित सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह के शासन के दौरान प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी. प्रदेश में अंधेरा छाया था और बिजली गायब थी. किसानों की फसल सूख रही थी, सिंचाई के लिए पानी नहीं था.


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हेलीकॉप्टर से त्योंथर पहुंचे मुख्यमंत्री ने यहां आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया था. इन बुरे हालात में भाजपा की सरकार आई और पहले इस बीमारू राज्य को विकसित राज्य बनाया, अब समृद्ध बनाने की ओर आगे बढ़ रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस के समय में किसानों को 18 फीसदी ब्याज पर कर्ज मिलता था, लेकिन हमारी सरकार आने पर ब्याज दर को जीरो कर दिया गया. गेहूं का भाव हमने 2000 रुपये प्रति क्विंटल दिलाया और चने का भाव 1750 रुपये क्विंटल दिलाएंगे.’

कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के विवादित बोल

मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक जीतू पटवारी का मंगलवार को एक विवादित बोल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में पटवारी अपने लिए वोट मांगते हुए कह रहे हैं कि ‘पार्टी गई तेल लेने’. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पटवारी घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं, और इस दौरान वह एक घर में पहुंचते हैं और वहां मौजूद परिवार के सदस्य का चरण स्पर्श करते हैं और गले भी लगते हैं. साथ ही कहते हैं, ‘इस बार आपको मेरी इज्जत रखनी है, पार्टी तो गई तेल लेने.’

जीतू पटवारी इंदौर की राऊ विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं और उनकी गिनती पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबियों में होती है. पटवारी से संपर्क करने की कोशिश की मगर वह उपलब्ध नहीं हुए.

(समाचार एजेंसी आईएएनएस से इनपुट के साथ)

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