नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कथित ‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’ के मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट शुक्रवार को लोकसभा में पेश कर दी गई, इससे पहले मोइत्रा ने कहा था, ‘‘अब लोग देखेंगे महाभारत का रण’’.
लोकसभा में रिपोर्ट पेश करते ही जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई.
मीडिया से बात करते हुए महुआ ने कहा, ‘‘मां दुर्गा आ गई हैं, हम देखेंगे. इन्होंने वस्त्र हरण शुरू किया है, अब ये महाभारत का रण देखेंगे.’’
उन्होंने प्रसिद्ध कवि और पूर्व राज्यसभा सदस्य, रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियां भी कहीं, ‘‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.’’
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई के माध्यम से मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शिकायत भेजी थी, जिसमें उन पर अडाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर सदन में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है.
दुबे ने शुक्रवार को कहा, ‘‘…इस पर चर्चा होगी या नहीं, इस पर कौन बोलेगा – ये सब स्पीकर द्वारा तय किया जाएगा. नियम यही कहते हैं…पहले इसे पूरा होने दीजिए, मैं उसके बाद सभी सवालों के जवाब दूंगा…’’
लोकसभा द्वारा जारी एजेंडे में कहा गया है, ‘‘चेयरपर्सन विनोद कुमार सोनकर और अपराजिता सारंगी नैतिकता समिति की पहली रिपोर्ट (हिंदी और अंग्रेजी संस्करण) सदन के पटल पर रखेंगे.’’
आचार समिति, जिसने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की, ने 9 नवंबर को अपनी 500 पन्नों की रिपोर्ट को अपनाया, जिसमें मोइत्रा को उनके ‘‘अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक आचरण’’ के मद्देनज़र 17वीं लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी.
मसौदा रिपोर्ट को पिछले महीने पैनल में 6:4 के बहुमत से अपनाया गया था.
सूत्रों के अनुसार, महुआ मोइत्रा के ‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’ के मामले पर मसौदा रिपोर्ट से पता चलता है कि उन्होंने 2019 से 2023 तक चार बार यूएई का दौरा किया, जबकि उनके लॉगिन को कई बार एक्सेस किया गया था.
सूत्रों ने एथिक्स कमेटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, ‘‘47 मौकों पर, उनके सदस्य पोर्टल लॉगिन क्रेडेंशियल दुबई से एक्सेस किए गए थे.’’
टीएमसी ने मांग की है कि सांसद महुआ मोइत्रा को अपना बचाव करने का मौका दिया जाए. टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा, ‘‘टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को बोलने का मौका दिया जाना चाहिए…’’
इससे पहले सांसद अपराजिता सारंगी, जो आचार समिति का हिस्सा हैं, ने कहा, ‘‘समिति ने पहले ही अपनी व्यापक रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को सौंप दी है. इसे पेश करने के बाद, हमें किसी भी तरह की चर्चा से कोई आपत्ति नहीं होगी.’’
कांग्रेस सांसद के सुरेश ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन का विरोध करेगी.
कांग्रेस के लोकसभा मुख्य सचेतक के सुरेश ने कहा, ‘‘आज, आचार समिति की रिपोर्ट पेश की जा रही है. यह पहले से ही लोकसभा की सूची में शामिल है. देखते हैं कि वो सदन में कौन सी रिपोर्ट पेश करने जा रहे हैं. अगर रिपोर्ट में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन की बात कही गई है, तो हम इसका पुरजोर विरोध करेंगे.’’
कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि वो संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के निष्कासन के कदम का विरोध करेगी.
जयराम रमेश ने कहा कि यह एक ‘‘राजनीतिक साजिश’’ है अगर मोइत्रा को निष्कासित करने के किसी भी प्रयास का कांग्रेस का विरोध करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘हम आचार समिति की रिपोर्ट पर चर्चा चाहते हैं.’’
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा,‘‘यह सरकार की ओर से एक दुस्साहस है. अगर वो इस दुस्साहस में शामिल होते हैं, तो मैं केवल इतना कह सकता हूं कि वे 2024 में फिर से चुनाव में महुआ में 50,000 अतिरिक्त वोट जोड़ने जा रहे हैं…मुझे नहीं लगता कि यह एक निष्पक्ष और न्यायसंगत प्रक्रिया रही है…हम चाहते हैं कि वह संसद में बनी रहें. अपने खिलाफ आवाज़ों को दबाने की यह भाजपा की एक सामान्य शैली है, यह एक और प्रयास है. बेशक, हम हैं इसका विरोध कर रहे हैं.’’
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार को शुरू हुआ और यह 22 दिसंबर तक के लिए निर्धारित है.
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