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Thursday, 19 December, 2024
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मध्यप्रदेश में भाजपा की आंधी में राजा-महाराजा उड़े, कमलनाथ ने बचाया अपना गढ़

मध्यप्रदेश में भाजपा भारी जीत दर्ज करने जा रही है. राज्य की कमलनाथ सरकार पर अब संकट के बादल

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में मध्यप्रदेश में भाजपा की लहर देखने को मिली. राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 28 जीतों पर जीत ​हासिल की है. इस चुनाव में कांग्रेस को केवल सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में ही जीत हासिल हुई है. यहां से सीएम के बेटे नकुलनाथ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे.

भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने जीत दर्ज की. उन्होंने मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह      (दिग्गी राजा) को तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया. कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपनी पैतृ​क सीट गुना को बचा नहीं पाए. उन्हें भाजपा के प्रत्याशी के.पी.यादव ने हाराया. यादव कभी सिंधिया के करीबी हुआ करते थे.  वे उनके सांसद प्रति​निधि रहे है. इस लोकसभा क्षेत्र से सिंधिया राजघराने के सदस्यों ने 14 बार प्रतिनिधित्व किया है.


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वहीं ग्वालियर संसदीय क्षेत्र को भी सिंधिया राजघराने के प्रभाव वाला माना जाता है. यहां से बीते तीन चुनावों से भाजपा उम्मीदवार जीतते आ रहे हैं. इस बार मुकाबला कांग्रेस के अशोक सिंह और भाजपा के विवेक शेजवलकर के बीच मुकाबला था.इस चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है. इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व अटल बिहारी वाजपेयी, विजया राजे सिंधिया, माधवराव सिंधिया, यशोधरा राजे सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर कर चुके हैं.

ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की चर्चित सीटों में से एक मुरैना भी है. यहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सिंधिया के करीबी राम निवास रावत के बीच मुकाबला था. तोमर ने पिछला चुनाव ग्वालियर से जीता था. तोमर इस सीट से आगे चल रहे है.इस सीट पर 1996 से भाजपा का कब्जा है.

राजगढ़ संसदीय क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है. यहीं कारण है कि स्वयं सिंह इस सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, मगर पार्टी ने उन्हें भोपाल भेज दिया. यहां से भाजपा के वर्तमान सांसद रोडमल नागर और कांग्रेस की मोना सुस्तानी के बीच था. यहा से भी भाजपा ने जीत दर्ज की है.

इंदौर लोकसभा सीट से आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन का टिकट काटकर शंकर लालवानी को प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस ने पंकज संघवी को टिकट दिया है. यहां से भी भाजपा के शंकर लालवानी ने अपनी जीत दर्ज की है.

विदिशा संसदीय सीट भाजपा के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के शैलेंद्र पटेल के बीच मुकाबला था. यहां से भी भाजपा ने जीत दर्ज की.इस सीट पर पिछली बार सुषमा स्वराज ने जीत दर्ज की थी, मगर स्वास्थ्य कारणों से इस बार वह चुनाव नहीं लड़ रही हैं. इस सीट का प्रतिनिधित्व अटल बिहारी वाजपेयी, शिवराज सिंह चौहान जैसे नेता कर चुके हैं.


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जबलपुर लोकसभा सीट से प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अधिवक्ता विवेक तन्खा से है. भाजपा ने यहां से भी जीत दर्ज की. मंदसौर लोकसभा सीट से भाजपा के सुधीर गुप्ता ने कांग्रेस की मीनाक्षी नटराजन को हराया.होशगाबाद सीट से भाजपा के राव उदय प्रताप ने जीत दर्ज की.देवास लोकसभा सीट से भाजपा के महेंद्र सोलंकी ने कांग्रेस उम्मीदवार कबीर गायक प्रहलाद टिपानिया को हराया.

इसके अलावा भिंड से भाजपा की संध्या राय, सागर से भाजपा की राज बहादुर सिंह, टीकमगढ़ लोकसभा सीट से वीरेंद्र खटीक, खंडवा से वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकुमार सिंह चौहान, सीधी से भाजपा की रीति पाठक, बालाघाट से भाजपा के ढाल सिंह बिसेन से आगे है.भाजपा शहडोल, मंडला,धार,खरगोन लोकसभा सीटों पर भी आगे है.

दमोह लोकसभा सीट से भाजपा के कद्दावर नेता प्रह्लाद पटेल और कांग्रेस के प्रताप सिंह लोधी के बीच मुकाबला था. यहां भी भाजपा ने बाजी मारी है. खजुराहों लोकसभा सीट से कांग्रेस ने छतरपुर राजघराने की महारानी कविता सिंह नातीराजा को टिकट दिया है. वहीं भाजपा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे विष्णुदत्त शर्मा को टिकट दिया है.यहां भी भाजपा ने बाजी मारी है.

उज्जैन लोकसभा सीट से भाजपा के अनिल फिरोजिया, रीवा से जर्नादन मिश्रा और रतलाम लोकसभा सीट से भाजपा ने जीत दर्ज की है.

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