पटना: बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) छोड़ने की खबरों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) थी, है और रहेगी.
राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेज प्रताप ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही खबर कि मैंने नई राजनैतिक पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है, एक अफवाह है. मैं इस खबर का पूर्ण रूप से खंडन करता हूं. मेरी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल थी, है और रहेगी.’
मीडिया और सोशल मीडिया पे चल रही खबर की मैंने नई राजनैतिक पार्टी का सदस्यता ग्रहण किया है, ये एक अफवाह है। मैं इस खबर का पूर्ण रूप से खंडन करता हूँ। मेरी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल है, थी और रहेगी।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) April 6, 2019
उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप इन दिनों लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे हैं. तेज प्रताप ने पिछले दिनों राजद से अलग होकर ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ का गठन किया है. इस दौरान उन्होंने राजद से दो सीटों की मांग की है.
तेज प्रताप ने सारण लोकसभा सीट से अपने ससुर चंद्रिका राय को भी टिकट देने पर नाराजगी जाहिर की है.
लगातार परिवार और पार्टी से नाराज़ चल रहे तेज प्रताप को विरोधियों का साथ मिलने की खबर भी आई थी. खबर तो यहां तक थी कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (युनाइटेड) तेज प्रताप के पक्ष में उतर आए हैं.
भाजपा के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 3 अप्रैल बुधवार को कहा कि वंशवादी रातनीतिक पार्टियों में जब दो वारिस हो जाते हैं, तो ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. सुशील मोदी ने कहा, “राजद वंशवाद की कलह झेल रहा है. यह दो वारिसों को बीच का संघर्ष है. सारण से तेज प्रताप यादव के ससुर को टिकट देना उनके लिए जले पर नमक छिड़कने जैसा है. राजद तेज प्रताप के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है.”
उन्होंने कहा कि राजद के कार्यकर्ताओं में तेज प्रताप की मांग ज्यादा है. लोगों का कहना है कि तेज प्रताप के भाषण देने की शैली लालू प्रसाद जैसी है. उन्होंने यह भी कहा कि यह संघर्ष अब थमने वाला नहीं है.
इधर, जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी तेज प्रताप के पक्ष में उतरते हुए कहा कि यह राजनीतिक हक की लड़ाई है, तो तेज प्रताप लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि तेज प्रताप अपने छोटे भाई से ज्यादा अंतर से विधानसभा चुनाव में विजयी हुए थे. इसके बावजूद उनको हक नहीं दिया गया.
उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप यादव राजद में टिकट बंटवारे से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने जहानाबाद और शिवहर सीट से अपनी पसंद के प्रत्याशी को उतारने की मांग की थी. तेज प्रताप अपने ससुर चंद्रिका राय को भी सारण से टिकट दिए जाने से नाराज हैं. सारण सीट से उन्होंने राबड़ी देवी से चुनाव लड़ने का आग्रह किया था.