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Friday, 22 November, 2024
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कर्नाटक: संकटमोचक की भूमिका में कैसे पहुंचे डीके शिवकुमार

डीके शिवकुमार कर्नाटक कांग्रेस के सबसे अमीर नेताओं में से एक हैं फिलहाल कर्नाटक में चल रही सियासत की उठापटक को संभालने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है.

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नई दिल्लीः कांग्रेसी बागी विधायकों को मनाने मुंबई पहुंचे कर्नाटक कांग्रेस के अहम चेहरे और मंत्री डीके शिवकुमार को मुंबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. वह बागी विधायकों को मनाने मुंबई के होटल रेनिसंस पहुंचे हैं जहां पर विधायक पिछले चार दिनों से डेरा जमाए हुए हैं. शिवकुमार को जहां मुंबई पुलिस ने होटल में प्रवेश करने से रोक दिया वहीं धारा 144 तक लगा दी. जिसकी वजह से होटल के बाहर बारिश में भीग रहे डीके शिवकुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनके साथ इस दौरान मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा भी थे जिन्हें भी हिरासत में ले लिया गया.

कौन हैं डीके शिवकुमार

सिद्धारमैया सरकार में डोड्डालाहल्ली केम्पेगौड़ा शिवकुमार ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार कांग्रेस में वोकालिग्गा समुदाय से आते हैं. वह कर्नाटक की राजनीति में डीकेएस के नाम से चर्चित हैं. उन्होंने भले जेडीएस के नेतृत्व में सरकार बनाने में अहम रोल निभाया है लेकिन उनकी राजनीति की शुरुआत 1985 मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के पिता एचडी देवेगौड़ा के खिलाफ हुई थी. इस साल विधानसभा चुनाव में होलानरसीपुर सीट और दूसरा बंगलुरू की सातनूर विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर देवगौड़ा को चुनौती दी थी. वह यह चुनाव 15,803 के बड़े अंतर से हार गए थे.


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कर्नाटक कांग्रेस के अमीर नेता

डीके शिवकुमार कर्नाटक कांग्रेस के सबसे अमीर नेताओं में से एक हैं. 2013 में चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 250 करोड़ बताई थी, जो अब बढ़कर 600 करोड़ रुपये हो गई है.

पार्टी को संकट से बचाते हैं

बुरे दौर से गुजर रही कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार को गिरने से बचाने के लिए पार्टी ने उन्हें मुंबई भेजा है. कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले 9 विधायकों को मनाने के लिए शिवकुमार को पार्टी ने संकटमोचक के रूप में लगाया है. वह मुंबई पहुंचे हैं और विधायकों को अपना मित्र कहा है. उन्होंने बागी विधायकों का हृदय परिवर्तन करने के लिए उन्हें अपना मित्र बताने के साथ कहा है राजनीति में हमारा जन्म साथ हुआ है और हम साथ मरेंगे. हमारे बीच छोटी सी समस्या है जिसे बातचीत से हल कर लेंगे. हम एक-दूसरे का प्यार और सम्मान करते हैं.

वहीं कांग्रेस के एक विधायक, रमेश झारकोली ने एएनआई से कहा, ‘वह नाटक कर रहे हैं. हमारा उनसे (शिवकुमार) मिलने का कोई इरादा नहीं है. हमारी उनसे मिलने में कोई रुचि नहीं है. वह अब कह रहे है, ‘हम दोस्त हैं’. वह पिछले एक साल से सो रहे थे. हम खुद यहां आए हैं. भाजपा का कोई भी व्यक्ति हमसे मिलने नहीं आया. हम पर भाजपा की तरफ से कोई दबाव नहीं है. 2-3 और लोग (कांग्रेस-जेडीएस से) यहां आएंगे. हमने कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ी है लेकिन केवल पद से इस्तीफा दे दिया है.’

राज्य में कांग्रेस के चाणक्य 

डीके शिवकुमार को राज्य में पार्टी का चाणक्य कहा जाता है. पिछले साल राज्य में 3 लोकसभा और 2 विधानसभा सीटें जीतकर उन्हें इसे साबित किया है. उन्होंने विपक्ष की गढ़ बेल्लारी लोकसभा सीट और रामनगर विधानसभा सीट पर पार्टी को जीत दिलाई है. जिसके बाद पार्टी में उनका महत्व और बढ़ गया है. यह कमाल तब किया है जब लोकसभा चुनाव में हालात पार्टी के पक्ष में नहीं थे. हालांकि राज्य में बीजेपी का सीटें बढ़ीं और भाजपा का वोट शेयर बढ़ा जो साबित करता है कि कुछ सीटों पर छोड़कर वह भाजपा को रोकने में नाकाम रहे हैं.


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सरकार को भाजपा से बचाया

जब से राज्य में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनी है तब से जब भी पार्टी पर संकट आया शिवकुमार ने इस संकट को हल किया और सरकार बचाई. इस साल मई में विधायकों को टूटने से बचाया था. जिन्हें तोड़ने का आरोप भाजपा पर लगा था.

इससे पहले इसी साल जनवरी में संकट के दौरान शिवकुमार ने पार्टी को संभाला था. तीन विधायकों को भाजपा द्वारा तोड़ने के आरोप लगाकर मामले का पर्दाफाश किया था.

उन्होंने कहा था, ‘हमारे तीन विधायक मुंबई में हैं. हमें खरीद-फरोख्त की जानकारी है जो कि भाजपा द्वारा की जा रही है. हमारे विधायकों ने भी इस बाबत भाजपा द्वारा उनसे संपर्क करने के बारे में जानकारी दी है.’

इससे पहले 2018 के मई में येदियुरप्पा सरकार की ढाई दिन की सरकार को गिराने में डीके ने अहम भूमिका निभाई थी और अमित शाह की रणनीति पर पानी फेर दिया था.

माने जाने लगे हैं सीएम का चेहरा

डीके शिवकुमार की भूमिका को देखते हुए उन्हें राज्य का चेहरा माना जाने लगा है. भाजपा के राज्य में बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पार्टी हमेशा संकटमोचक के रूप में शिवकुमार को सामने लाती रही है. वह हमेशा खरे भी उतरे हैं. राज्य में अब कांग्रेस का प्रमुख चेहरा माना जाने लगा है और कांग्रेस के सीएम का चेहरा भी.

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