नई दिल्ली: भारत को 1 दिसंबर 2022 से अगले एक साल के लिए जी-20 की मिली अध्यक्षता के बीच केंद्र सरकार ने सभी राजनीतिक दलों की एक बैठक बुलाई है.
सरकार के सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू, बीजेडी के अध्यक्ष और ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक राष्ट्रपति भवन में सोमवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे.
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और भाजपा के बीच इन दिनों जारी सियासी तकरार के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इस बैठक में हिस्सा नहीं ले सकते हैं.
केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एएनआई को बताया, मैंने सभी नेताओं और पार्टी अध्यक्षों से व्यक्तिगत तौर पर बात की. हालांकि अभी तक केसीआर समेत कुछ नेताओं की तरफ से सहमति नहीं आई है.
जोशी ने आगे कहा, इस बैठक में सिर्फ पार्टी अध्यक्षों को बुलाया गया है, इसलिए हमने उन्हें इसमें शामिल होने का आग्रह किया है. अध्यक्षों की जगह कोई दूसरा प्रतिनिधि शामिल नहीं हो सकता.
टीआरएस नेता के केशव राव ने कहा कि अभी तक हमारे नेता के बैठत में शामिल होने को लेकर कोई जानकारी नहीं है.
इस बैठक में राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी शामिल नहीं होंगे क्योंकि उनका सिंगापुर में उपचार चल रहा है. अभी तक जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार के भी इस बैठक में शामिल होने की जानकारी नहीं है.
भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत पहली बैठक रविवार को उदयपुर में शुरू हुई, जिसमें देश को अगले साल सितंबर में नयी दिल्ली में होने वाली समूह के नेताओं की बैठक से पहले विकासशील देशों का एजेंडा आगे रखने का अवसर मिलेगा.
बैठक में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने समावेशी, जुझारू और टिकाऊ विकास का मार्ग निर्धारित करने, बेहतर आजीविका निर्माण की गति बढ़ाने और कोविड-19 से उबरते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार एवं जीवन की गुणवत्ता जैसे विषयों को आगे रखकर बैठक की रूपरेखा प्रस्तुत की.
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