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Sunday, 3 November, 2024
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राज्यसभा में पूरे दिन छाया रहा कर्नाटक मुद्दा, हंगामे में नहीं हो सकी बजट पर चर्चा

राज्यसभा की कार्रवाई बुधवार को दो बार स्थगित करना पड़ी. हंगामे के कारण लगातार दूसरे दिन शून्यकाल और प्रशन काल नहीं हो सका.

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नई दिल्ली: कर्नाटक में चल रहे राजनीतिक उठापटक का असर ​संसद में भी देखने को मिल रहा है. बुधवार को कांग्रेस के सदस्यों के हंगामें के बीच राज्यसभा की कार्यवाही पहले दो बजे फिर तीन बजे तक स्थगित कर दी गई. उच्च सदन में हंगामे के कारण लगातार दूसरे दिन शून्यकाल और प्रश्न काल नहीं हो सका.

राज्यसभा की कार्यवाही जब दोपहर तीन बजे शुरु हुई तो कांग्रेस के सदस्य हंगामा करते रहे इस बीच उपसभापति ने चर्चा को जारी रखा. लगभग एक घंटे चली बजट पर चर्चा के बाद उपसभापति ने कार्यवाही गुरुवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया.राज्यसभा में गुरुवार को बजट पर चर्चा दोबारा शुरु होगी. सदन के नेता थावरचंद गहलोत ने कहा कि विपक्ष से चर्चा के बाद सहमति बनी है.

इधर, लोकसभा में भी शून्यकाल में कांग्रेस नेताओं ने कर्नाटक की राजनीति के मसले को लेकर जमकर हंगामा किया. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘लोकतंत्र की हत्या हो रही है.’ महाराष्ट्र में कांग्रेस के एमएलए ने जो होटल बुक ​किया है. उन्हें उसमें नहीं जाने दिया जा रहा है. कांग्रेस नेता के पक्ष रखने के बाद लोकसभा में बजट पर चर्चा सुचारु रुप से शुरू हो सकी.

दोपहर में लोकसभा में बजट पर चर्चा पूरी होने के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने चर्चा का जवाब दिया. इसके बाद सदन में नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय माध्यस्थतम केंद्र विधेयक पर चर्चा शुरु हुई. कांग्रेस के सदस्यों ने इसका विरोध किया तो ​कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विधेयक पर चर्चा के बाद वह उठाए गए ​सवालों का जवाब भी देंगे. इसके बाद रविशंकर प्रसाद ने चर्चा के लिए बिल को सदन में पेश कर दिया.

बुधवार को जैसे ही राज्यसभा कार्रवाई शुरु हुई सभापति एम वैंकेया नायडू ने जरुरी दस्तावेज सदन क पटल पर रखवाए. इसके बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से कपिल सिब्बल और राजीव गौड़ा के शून्यकाल स्थगित करने के नोटिस को स्वीकार नहीं किया. इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया.

लोकसभा में रात तक काम हुआ,आप नहीं चाहते कि लोकतंत्र आगे बढ़े

हंगामे को देखते हुए सभापति वैंकेया नायडू ने सदन की कार्यवाही बार बार चलने देने की अपील भी की, इसके बाद भी हंगामा नहीं कम हुआ. इस पर सभापति ने कहा कि मंगलवार को कार्यवाही बाधित होने की वजह से कोई काम नहीं हो सका, जबकि लोकसभा में मंगलवार देर रात 11 बजे तक काम हुआ.

सभापति नायडू ने हंगामा कर रहे सदस्यों से पूछा, ‘क्या आप नहीं चाहते कि लोकतंत्र आगे बढ़े.’ हमें लोकतंत्र को खतरे में नहीं डालना चाहिए. सभापति ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि अगर किसी सदस्य को कोई समस्या हो तो सभापति कक्ष में आ कर बात कर लें. इसके बाद भी कांग्रेस के नेता हंगामा करते रहे.

श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की मांग उठी

राज्यसभा की कार्रवाई पहले 12 बजे फिर दो बजे और तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यसभा में हंगामे के बीच  शून्यकाल में तमिलनाडु में रह रहे श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की मांग भी उठी. ये शरणार्थी तीन दशकों से तमिलनाडु में रह रहे है. तृणमूल कांग्रेस के अहमद हसन कहा कि श्रीलंका से आए 60 हजार से अधिक तमिल शरणार्थी 25 से 29 साल से तमिलनाडु में 109 शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं जिनकी हालत अत्यंत दयनीय है.

हसन ने कहा कि ये शरणार्थी भारतीय मूल के तमिल हिंदू हैं. ये लोग अपनी जान बचाने के लिए भारत आए थे. इनकी समस्या का 29 साल से हल नहीं हो पाया है. जयललिता ने इनको दोहरी नागरिकता देने का भरोसा दिया था लेकिन केंद्र सरकार की ओर से कुछ नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि या तो इनको भारतीय नागरिकता प्रदान की जाए या फिर श्रीलंका सरकार से बात करके इन्‍हें वहीं बसाया जाए.

हंगामे के बीच तृणमूल कांग्रेस के अबीर रंजन विश्वास ने पश्चिम बंगाल में स्थित देओचा पंचमी हरिसिंह दीवानगंज कोल ब्लॉक का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि यह देश का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोल ब्लॉक है. केंद्र सरकार ने पिछले तीन साल से इसके आवंटन की मंजूरी नहीं दी है. वहीं अन्नाद्रमुक के एआर अर्जुनन ने तमिलनाडु के ऊधगमंडलम में स्वास्थ्य सेवाओं और पेयजल संकट का मुद्दा उठाया.

टीएमसी के सांसद डॉ. शांतनु सेन ने शून्य काल में मेडिकल संस्थाओं में डॉक्टारों के खिलाफ हो रही हिंसा के मामले को उठाया.

शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शून्य काल में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के बनने प्रक्रिया में हो रही देरी का मुद्दा उठाया.

दोपहर तीन बजे जब राज्यसभा की कार्रवाई शुरू हुई तो कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने हंगामा जारी रखा. हंगामे के बीच ही उपसभापति हरिवंश ने चर्चा को जारी रखा. लगभग एक घंटे चली बजट पर चर्चा के बाद उपसभापति ने कार्यवाही गुरुवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया.

राज्यसभा में गुरुवार होगी बजट पर चर्चा

राज्यसभा में गुरुवार को बजट पर चर्चा दोबारा शुरु होगी. सदन के नेता थावरचंद गहलोत ने कहा कि विपक्ष से चर्चा के बाद सहमति बनी है. हंगामे के बीच चर्चा मुमकिन नहीं है. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि कुछ कारणों के वजह से चर्चा में शामिल नहीं हो सके. हम भी इस विषय पर गंभीर चर्चा चाहते है.

लोकसभा में भी प्रशनकाल के बाद शून्यकाल में कांग्रेस के नेताओं ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने सदस्यों ने शांति रखने की अपील की. इसके बाद भी कांग्रेस के सांसद हंगाम करते रहे.दोपहर में लोकसभा में बजट पर चर्चा पूरी होने के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने चर्चा का जवाब दिया. इसके बाद सदन में नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय माध्यस्थतम केंद्र विधेयक पर चर्चा शुरु हुई.

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