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Wednesday, 6 November, 2024
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कर्नाटक में CM को लेकर खींचतान जारी, देर रात तक चली बैठक, सुरजेवाला बोले- ज्यादा समय नहीं लगेगा

कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने सत्ताधारी बीजेपी को पटखनी देते हुए 224 विधानसभा सीटों में से 135 सीटों पर जीत दर्ज की. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को 66 सीटें मिली जबकि जेडी(एस) को 19 सीटों से संतोष करना पड़ा. 4 सीट अन्य के खाते में गई.

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार देर रात कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ज्यादा समय नहीं लेंगे और जल्द ही कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे.

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की देर रात हुई बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, सुरजेवाला ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व फैसला लेगा. मैं अपने फैसले को खड़गे साहब के फैसले से नहीं बदल सकता. वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं. साथ ही वह कर्नाटक से भी हैं, और मुझे यकीन है कि उन्हें ज्यादा समय नहीं लगेगा.’ कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के फैसले के बाद शपथ ग्रहण समारोह की योजना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘पहली कैबिनेट में हम अपनी पहली पांच गारंटियों को लागू करेंगे’.

यह बैठक कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) द्वारा सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित करने के बाद बुलाई गई थी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक के मुख्यमंत्री का नाम चुनने के लिए अधिकृत किया गया था. प्रस्ताव में कहा गया है, ‘कांग्रेस विधायक दल सर्वसम्मति से संकल्प करता है कि एआईसीसी अध्यक्ष कांग्रेस विधायक दल के नए नेता को नियुक्त करने के लिए अधिकृत हैं.’

बेंगलुरु के एक होटल में रविवार देर रात शुरू हुई मीटिंग रात 1.30 बजे तक चली. इसमें सभी 135 नवनिर्वाचित विधायक शामिल हुए थे.

बैठक में पर्यवेक्षक के तौर पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे और पार्टी नेता जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया मौजूद थे. बैठक में सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और अन्य पार्टी नेताओं ने भी भाग लिया.

कर्नाटक के एआईसीसी प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से आगे कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के व्यक्तिगत विधायकों से मिलने की पूरी प्रक्रिया बड़े बोहेमिया के साथ पूरी की गई है. पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों से अलग-अलग मुलाकात की और उनके विचार को जानने की कोशिश की. अब वे कांग्रेस नेतृत्व को एक रिपोर्ट सौंपेंगे और उसके बाद हम अगले नेता की घोषणा करेंगे.’

यह पूछे जाने पर कि क्या सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार के जन्मदिन पर उनके लिए कोई उपहार की योजना बनाई जा रही है, सुरजेवाला ने कहा, ‘मैं महासचिव के रूप में उन चर्चाओं के लिए अधिकृत नहीं हूं. मैं कांग्रेस का एक साधारण सा कार्यकर्ता हूं. हम एक साथ बैठे और कर्नाटक के भविष्य की योजना बना रहे थे जो हमारे लिए अधिक महत्वपूर्ण है. हमने डीके शिवकुमार का जन्मदिन भी एक साथ मनाया.’

कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि विधायकों की राय लेने की प्रक्रिया आज रात तक ही पूरी कर ली जाएगी और उसके बाद पर्यवेक्षक एआईसीसी अध्यक्ष विधायकों की राय से अवगत कराने के लिए दिल्ली जाएंगे. वेणुगोपाल ने कहा, ‘विधायकों की राय लेने की यह प्रक्रिया आज रात ही पूरी हो जाएगी. जैसा कि रणदीप सुरजेवाला ने कहा, यह सिद्धारमैया द्वारा पेश किया गया एक सर्वसम्मत प्रस्ताव है और डीके शिवकुमार और सभी वरिष्ठ नेताओं द्वारा समर्थित है.’

इससे पहले रविवार को बेंगलुरु में कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के आवास के बाहर भारी संख्या में समर्थक जमा हो गए और ‘हमें डीके शिवकुमार सीएम चाहिए’ के ​​नारे लगाने लगे.

कांग्रेस, जिसने शनिवार को कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराकर जोरदार जीत दर्ज की थी, राज्य में पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच मुख्यमंत्री तय करने की चुनौती का सामना कर रही है.

खड़गे ने रविवार को राज्य में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता के चुनाव के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे और पार्टी नेताओं जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को कर्नाटक में पार्टी का पर्यवेक्षक नियुक्त किया.

बता दें कि बीते शनिवार को आए परिणाम में कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को मात देते हुए राज्य में 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

बीजेपी 66 सीटें जीतने में कामयाब रही. वहीं जनता दल-सेक्युलर (JDS) को 19 सीटों पर जीत मिली थी.

कर्नाटक में विधानसभा की कुल 224 सीटें हैं जिसमें बहुमत के लिए 113 सीटों की जरूरत होती है.


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