गुरुग्राम: सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चुनावी राज्य हरियाणा में अभिनेत्री और पार्टी सांसद कंगना रनौत की उन टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है, जिसमें उन्होंने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को फिर से लागू करने का समर्थन किया, जिन्हें केंद्र सरकार ने देशव्यापी विरोध के बाद 2021 में निरस्त कर दिया था.
हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने कहा कि पार्टी का कंगना रनौत द्वारा कही गई बातों से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, “वे बहुत कुछ कहती रहती हैं, लेकिन वे जो भी कहती हैं, वो भाजपा का रुख नहीं होता.”
अभिनेत्री ने एक नए चैनल से कहा था कि किसान देश के विकास में “शक्ति का स्तंभ” हैं. उन्होंने कहा, “उन्हें अपील करनी चाहिए कि तीन कानूनों, जिनका कुछ राज्यों ने विरोध किया था, को वापस लाया जाए.”
बडौली ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि केंद्र की भाजपा सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए उन कानूनों को लागू किया था, लेकिन एक बार जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें वापस लेने का फैसला किया, तो पार्टी में किसी के पास इस मुद्दे पर कुछ और कहने के लिए कुछ नहीं बचा था.
हालांकि, हरियाणा कांग्रेस इकाई ने कंगना के बयान को केंद्र सरकार द्वारा निरस्त कानूनों को वापस लाने के प्रयास के रूप में व्याख्यायित किया, लोगों को आश्वासन दिया कि वह (कांग्रेस) ऐसा नहीं होने देंगे “चाहे नरेंद्र मोदी कितनी भी कोशिश कर लें”.
विपक्षी दल ने कहा कि मोदी सरकार के “जागने और उन काले कानूनों को निरस्त करने से पहले” 750 से अधिक किसानों की मौत हो गई थी. पार्टी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, “हरियाणा के किसानों को समझना चाहिए कि भाजपा अब इन कानूनों को फिर से वापस लाने की योजना बना रही है. कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है. इन काले कानूनों की वापसी कभी नहीं होगी.”
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कंगना की लगातार ‘गलतियां’
अपनी बेबाक प्रकृति के लिए जानी जाने वाली हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी की सांसद अक्सर राजनीति से लेकर सामाजिक मामलों तक कई मुद्दों पर बोल्ड और अक्सर विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए सुर्खियों में रहती हैं.
पिछले महीने, कंगना ने यह दावा करके हरियाणा में पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी कि 2020-2021 के किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान “लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे”. उन्होंने यह भी कहा कि उस समय “भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति बनाने की साजिश” थी.
भाजपा ने बयान जारी करने में समय नहीं गंवाया, जिसमें जोर दिया गया था कि पार्टी सांसद के दावों से सहमत नहीं है.
कंगना ने 2024 में हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद चुने जाने पर राजनीति में कदम रखा. हालांकि, उनके विवादास्पद बयानों ने अक्सर उन्हें अपने पार्टी नेतृत्व के साथ विवाद में डाल दिया है.
चुनाव जीतने के तुरंत बाद, चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना को एक महिला कांस्टेबल ने थप्पड़ मारा था, जिसने उनकी इस टिप्पणी की निंदा की थी कि प्रदर्शनकारियों को 2020-21 के आंदोलन में शामिल होने के लिए 100-100 रुपये दिए गए थे. कांस्टेबल ने कहा था कि उनकी मां भी उस धरना प्रदर्शन का हिस्सा थीं.
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