नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर पांच चरणों में हुए चुनावों की मतगणना जारी है. इस चुनाव में भाजपा की रघुबर दास सरकार की साख दांव पर लगी हुई है. वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के प्रदर्शन पर सबकी निगाह टिकी हुई है. झारखंड चुनाव में राज्य के सीएम रघुबर दास, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी समेत आजसू प्रमुख सुदेश महतो जैसे दिग्गज मैदान में है. हाल ही में आए एग्जिट पोल में राज्य में किसी की सरकार नहीं बनती दिख रही थी.
राज्य में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरण में मतदान हुए थे. विभिन्न एजेंसियों ने अपने एग्जिट पोल में राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की है.
कौन आगे कौन पीछे
रुझानों में कांग्रेस गठबंधन बढ़त बनाए हुए हैं. कांग्रेस गठबंधन 40 और बीजेपी 30 सीटों पर आगे है. वहीं, जेवीएम 3, आजसू तीन और अन्य चार सीटों पर आगे हैं.
हेमंत सोरेन आठ अब दुमका और बरहेट दोनों विधानसभा सीटों से बढ़त बनाने में सफल हो गये हैं. हेमंत अपने पुराने गढ़ दुमका में भाजपा की मंत्री लुईस मरांडी से तीन हजार से अधिक मतों की बढ़त बना चुके हैं. पहले वह लुईस से पीछे चल रहे थे.
हेमंत सोरेन ने बरहेट की दूसरी सीट पर भाजपा के सिमोन माल्टो से 10 हजार से अधिक मतों से बढ़त बना ली है. दुमका सोरेन परिवार की पारंपरिक सीट है.
जमशेदपुर ईस्ट सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार और राज्य की सीएम रघुबर दास पीछे हो गए है. उन्हें भाजपा के बागी उम्मीदवार सरयू राय उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं. वह 771 वोटों से पीछे हो गये हैं.
राज्य में भाजपा की पिछडती स्थिति को देखते हुए सीएम रघुबर दास ने कहा, ‘जश्न कोई भी मना सकता है. हम परिणाम आने पर ही समीक्षा कर सकते है. हम जीत रहे हैं और सरकार भी बीजेपी के नेतृत्व में बनाएंगे.’
कांग्रेस दफ्तर में हुई आतिशबाजी
झारखंड विधानसभा चुनाव के अब तक मिले रुझानों में कांग्रेस-झामुमो-राजद गठबंधन को बहुमत मिलने के स्पष्ट संकेत के बाद सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की. पार्टी मुख्यालय के बाहर आतिशबाजी के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी भी की.
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा ने कहा, ‘यह तय था क्योंकि भाजपा सरकार ने झारखंड और वहां की जनता के साथ अन्याय किया था. आदिवासियों की जमीन छीन ली गयी. लोगों ने पहले ही मन बना लिया था कि इस सरकार को हटाना है.’
झारखंड में गठबंधन की जीत प्रबल संभावना नजर आने के साथ ही कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां भी बांटी.