नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी द्वारा सोमवार को की गई घोषणा पर ज़ोरदार हमला किया. जेटली ने आरोप लगाया कि कांग्रेस गरीबी हटाने के नाम पर राजनीतिक का व्यवसाय कर रही है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वो 1971 में ‘गरीबी हटाओ’ के नाम पर चुनाव जीती थीं. लेकिन उन्होंने गरीबी हटाने के लिए जो अहम चीज़ें थीं, जैसे अर्थव्यवस्था को बढ़ाना, धन को बढ़ाना और इसे समाज में बांटना, उन्होंने ये नहीं किया. वो इन चीज़ों में विश्वास नहीं करती थीं, बल्कि गरीबी बढ़ाने में विश्वास करती थीं. उन्होंने कहा कि गरीबी का वितरण हुआ है.
जेटली ने कहा, ‘कोई भी कार्यक्रम बताइए जिसमें गरीबों को ऊपर उठाने का काम किया गया हो. राजीव जी के कार्यकाल में विवाद ही चलते रहे इसलिए इस पर कोई काम नहीं हुआ. 10 साल के यूपीए के कार्यकाल में भी एक प्रकार से छल, कपट, धोखा होता रहा. जो सबसे पहले स्कीम आई थी उसके तहत 70,000 करोड़ का ऋण माफ किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा किसान को 75,000 करोड़ हर साल दे रही है.
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि मनरेगा में कहा गया हम ग्रामीण जीवन बदल देंगे. डीबीटी नहीं होने की वजह से पैसा किसान तक नहीं पहुंच पाता था. आज भी कितनी विधानसभाओं में कांग्रेस ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ कर देंगे. कर्नाटक में अभी भी 2600 करोड़ का किसानों पर कर्ज है, एमपी में 3000 और पंजाब में 10,000 करोड़ का कर्ज है. जेटली ने आरोप लगाया कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस गरीबों को धोखा दे रही है. कांग्रेस वाले गरीबी हटाओ का नारा देते हैं, लेकिन ऐसा करने का साधन नहीं देते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि जब हमारी सरकार कानूनी दृष्टी से आधार लाई तो कांग्रेस ने संसद से कोर्ट तक विरोध किया. साथ ही उन्होंने कहा कि अब कई योजनाओं के तहत गरीबों के खाते में पैसे पहुंच जाते हैं. उन्होंने कहा, ‘इनमें खाद्य सुरक्षा से लेकर खाद्य तक के पैसे होते हैं. इन योजनाओं के तहत सरकार पहले से ही काफी ख़र्च कर रही है. अगर हम इसको जोड़ दें हम उससे डेढ़ गुना ज़्यादा दे रहे हैं जिसका राहुल वादा कर रहे हैं.’
जेटली ने कहा कि इसके अलावा की भी कई छोटी योजनाएं हैं जिसमें सरकार पैसे दे रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस 3.6 लाख करोड़ देने के नाम पर छल-कपट करना बंद करे. कांग्रेस ने गरीबी के नाम पर 50 साल तक इस देश को गुमराह किया है. अगर आज 5 में से 1 एक व्यक्ति गरीब है तो इसकी जिम्मेदार कांग्रेस है.
राहुल का हिंदुस्तान से गरीबी हटाने का एलान
बता दें कि राहुल गांधी ने सोमवार को चुनावी दांव फेंका है. उन्होंने कहा कि वह हिंदुस्तान से गरीबी हटा देंगे. यही नहीं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो देश के 20 फीसदी सबसे गरीब परिवारों को हर साल 72,000 रुपये साल दिए जाएंगे. राहुल ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी जी हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों को पैसा दे सकते हैं तो कांग्रेस पार्टी गरीबों को पैसा दे सकती है.
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि याद कीजिए कि मैंने एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मैंने वादा किया था कि मैं दस दिनों में ऋृण माफ कर दूंगा हमारी पार्टी ने कर दिया है. और अब मैं फिर यह कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में आएगी तो देश के करीब 20 फीसदी सबसे गरीब परिवार को 72000 रुपये प्रतिवर्ष का देगी. पांच करोड़ परिवार 25 करोड़ लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा. मिनिमम इनकम लाइन 12 हजार रुपये की है.इस दौरान उन्होंने बार बार कहा कि यह योजना एतिहासिक है और ऐसी कोई भी योजना दुनिया के किसी भी देश में नहीं है.
राहुल गांधी ने कहा कि यह मनरेगा का ही सेकेंड फेज है. उस दौरान हमने 14 करोड़ लोगों को गरीबी से उबारा था लेकिन इस फेज में हम 25 करोड़ लोगों को गरीब से निकालने का वायदा किया है. उन्होंने इस दौरान एकबार फिर से मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं तो प्रेस कांफ्रेंस करता हूं…और आपके बीच बैठा होता हूं.
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