नई दिल्ली: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनकी मुखरता नीतीश कुमार सरकार के लिए शर्मिंदगी का कारण रही है. सिंह के इस्तीफे की जानकारी उनके पिता और राष्ट्रीय जनता दल की बिहार इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दी है.
सुधारक सिंह के हाल ही में अपने विभाग में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार करने से प्रदेश की नवगठित महागठबंधन सरकार को काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी.
जगदानंद सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री ‘किसानों के हक में अपनी आवाज उठा रहे थे’, लेकिन अंत में उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया, ताकि ‘लड़ाई आगे नहीं बढ़े.’
अपहरण के एक मामले में कथित मिलीभगत के बाद अगस्त में कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के बाहर होने के बाद सुधाकर नीतीश कुमार मंत्रिमंडल छोड़ने वाले दूसरे मंत्री हैं. यह दोनों ही मंत्री राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के हैं.
रविवार को सुधाकर ने तेजस्वी को अपना इस्तीफा सौंपा. जगदानंद सिंह ने दिप्रिंट से कहा, ‘यह एक बलिदान है जो वह [सुधाकर] किसानों के लिए कर रहे हैं. वह आरजेडी और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच कड़वाहट का कारण बनने से बचना चाहते थे.’
यह तेजस्वी की जिम्मेदारी है कि वह इस्तीफे को तार्किक अंत तक ले जाएं, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को त्याग पत्र देने की ओर इशारा किया, जो इसे प्रोटोकॉल के अनुसार राज्यपाल को सौंपेंगे.
गौरतलब है कि सुधाकर सिंह ने हाल ही में अपने विभाग में भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा था, ‘हमें नहीं लगता कि बिहार राज्य बीज निगम से मिले बीज किसान अपने खेतों में लगाते हैं. 150-200 करोड़ रुपए इधर ही खा जाते हैं बीज निगम वाले. हमारे विभाग में कोई ऐसा हिस्सा नहीं है, जो चोरी नहीं करता है. इस तरह हम चोरों के सरदार हुए. हम सरदार ही कहलाएंगे न. जब चोरी हो रही है तो हम उसके सरदार हुए न.’
सुधाकर ने किसानों से उन कृषि अधिकारियों को पीटने के लिए भी कहा था जो उर्वरकों का अपना कोटा जारी करने के लिए रिश्वत मांगते हैं. इतना ही नहीं, जब सीएम ने उनके सार्वजनिक बयानों पर आपत्ति जताई तो कैबिनेट की बैठक में उनका नीतीश के साथ काफी बहस भी हो गई थी. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने सुधाकर को अपने आवास पर बुलाया था और उन्हें शर्मनाक बयान नहीं देने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने किसी के आगे झुकने से इनकार कर दिया.
आरजेडी सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी ने शुक्रवार को फोन पर सुधाकर का इस्तीफा मांगा और उन्हें पद छोड़ने का आदेश दिया. उन्होंने बताया कि मंत्री ने रविवार सुबह अपना इस्तीफा भेज दिया.
आरजेडी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘सुधाकर के बयान राजद-जद (यू) गठबंधन के लिए खतरा बन रहे थे.’
दीपक मिश्रा और भाषा के इनपुट के साथ
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