नई दिल्ली: डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा ‘सनातन धर्म’ के बारे में की गई टिप्पणी से नाराज बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि क्या अब ‘मोहब्बत की दुकान’ नफरत नहीं फैला रही है. उन्होंने पूछा, “क्या इंडिया गठबंधन के नेता उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं? क्या आगामी चुनावों में गठबंधन हिंदू विरोधी रणनीति का उपयोग करेगी?”
जेपी नड्डा ने यह भी सवाल किया कि क्या उदयनिधि स्टालिन की ‘सनातन धर्म’ पर टिप्पणी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है.
चित्रकूट में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, “स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन कहते हैं कि ‘सनातन धर्म’ को खत्म कर देना चाहिए. उनका कहना है कि डेंगू और मलेरिया की तरह ‘सनातन धर्म’ को खत्म कर दिया जाए. उन्हें ऐसा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है. क्या उदयनिधि का बयान इंडिया गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है?”
उन्होंने कहा, “क्या आप आगामी चुनावों में इस हिंदू विरोधी रणनीति का उपयोग करने जा रहे हैं? आपने कई बार साबित किया है कि आप हमारे देश से जुड़ी हर चीज से नफरत करते हैं और अब तो आपकी ‘मोहब्बत की दुकान’ नफरत फैला रही है.”
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर काम कर रहा है और दूसरी ओर विपक्ष देश की संस्कृति को नुकसान पहुंचाने में लगा हुआ है.
नड्डा ने कहा, “एनडीए गठबंधन पीएम मोदी के मार्गदर्शन में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम करने में व्यस्त है. हाल ही में परिवारवादी गठबंधन के कुछ सदस्य मुंबई में एक साथ आए. जबकि हम एक विकसित राज्य बनाने में व्यस्त हैं, यह ‘घमंडिया’ गठबंधन हमारी संस्कृति और धर्म को नुकसान पहुंचा रहा है.”
इससे पहले तमिलनाडु के मंत्री और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म का सिर्फ विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि इसे खत्म कर देना चाहिए.
उदयनिधि ने कहा था, “कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही करना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें उन्हें खत्म करना है. उसी तरह, हमें सनातन (सनातन धर्म) को खत्म करना है. सिर्फ विरोध करने के बजाय सनातन को खत्म किया जाना चाहिए.”
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