चंडीगढ़: हरियाणा के इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) ने राजनीतिक दल के नाम का “दुरुपयोग” कर अमेरिका में शरण मांगने के वास्ते उत्पीड़न का दावा करने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ “चेतावनी” देते हुए अमेरिकी न्याय विभाग को पत्र लिखकर सतर्क रहने को कहा है.
अमेरिकी संघीय सरकार को 10 जून के एक पत्र में चंडीगढ़ में इनेलो के मुख्यालय के कार्यालय सचिव नछत्तर सिंह मल्हान ने लिखा कि “हरियाणा के कई लोग संयुक्त राज्य अमेरिका में शरण पाने के लिए जाली दस्तावेज़ जमा कर रहे हैं”. दिप्रिंट ने इस पत्र को देखा है.
पत्र में कहा गया है, “वे बिना किसी वैध दस्तावेज़ के अमेरिका में रह रहे हैं और आपके देश की नागरिकता पाने के लिए उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल के नाम पर जाली दस्तावेज़ तैयार किए हैं, जो हरियाणा (भारत) की एक क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी है.” उन्होंने कहा कि ऐसे दस्तावेज़ को बनाने के लिए “मोटी रकम” वसूली जाती थी.
हालांकि, इनेलो ने शरण के लिए दो पत्र जारी करने की बात स्वीकार की है, नवीनतम पत्र इसी महीने जारी किया गया है.
संपर्क करने पर, मल्हान ने कहा कि पार्टी के संज्ञान में यह आया है कि पदाधिकारी होने का दावा करने वाले लोग यह दावा करते हुए पत्र दे रहे हैं कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से उत्पीड़न का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि भारत में कुछ “अल्पज्ञात राजनीतिक दल” इस तरह के पत्र जारी करने का चलन बना चुके हैं.
उन्होंने दिप्रिंट को बताया, “मैंने अमेरिकी न्याय विभाग को शरण आवेदन दाखिल करने के लिए जाली पत्रों के माध्यम से हमारी पार्टी के नाम के दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ आगाह किया है.”
इनेलो का पत्र कथित फर्जी प्रवेश पत्र घोटाले के ठीक बाद आया है. कथित रैकेट मार्च महीने में सामने आया जब मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि प्रवेश के झूठे पत्र मिलने के बाद 700 भारतीय छात्रों को डिपोर्टेशन का सामना करना पड़ सकता है.
मामले में मुख्य संदिग्ध की पहचान जालंधर स्थित ट्रैवल एजेंट ब्रिजेश मिश्रा के रूप में की गई है.
(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)
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