नई दिल्ली: 2024 का आम चुनाव मिलकर लड़ने के लिए आप के साथ गठबंधन को लेकर पंजाब कांग्रेस में चल रहे तनाव के बीच, पंजाब कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने रविवार को कहा कि “INDIA गठबंधन एक ऊंचे पहाड़ की तरह खड़ा है, जो झुक नहीं सकता.”
पंजाब कांग्रेस के नेता ने यह भी कहा कि पंजाब को यह समझना चाहिए कि यह भारत के प्रधानमंत्री को चुनने का चुनाव है, न कि पंजाब के मुख्यमंत्री का.
सिद्धू ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “INDIA गठबंधन एक ऊंचे पहाड़ की तरह खड़ा है. यहां-वहां आने वाले तूफान से इसकी भव्यता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हमारे लोकतंत्र की रक्षा के लिए इस ढाल को तोड़ने का कोई भी प्रयास निरर्थक साबित होगा. पंजाब को समझना चाहिए कि यह भारत के प्रधानमंत्री को चुनने का चुनाव है, न कि पंजाब के मुख्यमंत्री का.”
सिद्धू का यह बयान पंजाब कांग्रेस नेताओं द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करने और 2015 के ड्रग्स मामले में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार देने के बाद आया है.
पंजाब की एक अदालत ने शनिवार को कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को 2015 के ड्रग्स मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
उनके वकील ने कहा, “पुलिस ने 7 दिन की रिमांड की मांग की. पुलिस के सबूत देखने के बाद न्यायाधीश ने उनके अनुरोध को खारिज कर दिया. अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.”
कांग्रेस विधायक खैरा को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 2015 में दर्ज एक पुराने मामले में गुरुवार सुबह उनके चंडीगढ़ आवास से गिरफ्तार किया गया था.
खैरा की गिरफ्तारी को लेकर सीमावर्ती राज्य में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस (विपक्ष के INDIA ब्लॉक के सदस्य) के बीच टकराव हो गया है.
कांग्रेस जहां इसे ‘आप’ की प्रतिशोध की राजनीति बता रही है, वहीं सत्ताधारी पार्टी इस घटनाक्रम को नशे के खिलाफ उनकी ‘जीरो-टॉलरेंस नीति’ का हिस्सा बता रही है.
इससे पहले 2015 में, पंजाब के फाजिल्का में सीमा पार से नशीली दवाओं की तस्करी के नेटवर्क का खुलासा होने से दो मामले सामने आए थे, जिसमें हेरोइन, सोने के बिस्कुट, हथियार, कारतूस और पाकिस्तानी सिम कार्ड जब्त किए गए थे और दूसरा फर्जी पासपोर्ट था. यह रैकेट दिल्ली से चलाया जा रहा था.
जैसे ही मुकदमा चला, फाजिल्का मामले के सिलसिले में अक्टूबर 2017 में गुरदेव सिंह, मंजीत सिंह, हरबंस सिंह और सुभाष चंदर सहित नौ तस्करों को सजा सुनाई गई.
आरोप पत्र के अनुसार, खैरा फाजिल्का ड्रग तस्करी रैकेट के नेता गुरदेव सिंह के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ था और उस पर उसे शरण देने का आरोप है.
खैरा के खिलाफ प्राथमिक आरोपों में तस्करों के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का समर्थन करना, उसे आश्रय देना और ड्रग तस्करों से वित्तीय लाभ प्राप्त करना और अपराध से मिले आय में हिस्सा लेना शामिल है.
16 फरवरी, 2023 को जस्टिस बीआर गवई और विक्रम नाथ की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने ड्रग्स मामले में खैरा के खिलाफ समन आदेश को रद्द कर दिया.
सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी से आप और कांग्रेस के संबंधों में और खटास आने की आशंका है, जो केंद्र में INDIA गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आए हैं. कांग्रेस की राज्य इकाई ने पंजाब में आप के साथ किसी भी तरह के गठबंधन या सीट-बंटवारे की व्यवस्था का विरोध किया है.
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