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Sunday, 17 November, 2024
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‘वो हमारी बात नहीं समझेंगी तो कहीं और जाने का सोच सकती हैं’ – बीमा भारती मामले पर CM नीतीश कुमार

जेडीयू की विधायक बीमा भारती ने खुद को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने अपनी पार्टी की सहयोगी और पांच बार के विधायक लेशी सिंह पर कटाक्ष किया.

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नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) की विधायक बीमा भारती ने खुद को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर उनकी नाराज होने के सिलसिले में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा वो बीमा भारती से बात करेंगे और उन्हें मनाने की कोशिश करेंगे. सीएम नीतीश ने आगे कहा कि अगर वो हमारी बात नहीं समझती हैं और कहीं और जाना चाहती है, तो वह इसके बारे में सोच सकती हैं.

उन्होंने कहा, ‘हमने लेशी सिंह को 2013, 2014 और 2019 में अपने मंत्रिमंडल में एक पद दिया है. मैं हैरान हूं कि बीमा भारती ने ऐसा बयान दिया है, वह 2014 और 2019 में मंत्री थीं. हम उनसे मिलेंगे और इस बारे में चर्चा करेंगे.

गौरतलब है कि जेडीयू की विधायक बीमा भारती ने खुद को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने अपनी पार्टी की सहयोगी और पांच बार के विधायक लेशी सिंह पर कटाक्ष किया जिन्हें बिहार सरकार में खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के रूप में शामिल किया गया है.

भारती ने लेशी के मंत्रीमंडल में शामिल करने और उन्हें जगह ना देने पर अपनी नाराजगी दिखाई है.

उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ जेडीयू विधायक लेशी सिंह से परेशान हूं कि उन्हें हमेशा कैबिनेट में चुना जाता है. सीएम उसमें क्या देखते हैं? वह अपने क्षेत्र की घटनाओं में बार-बार शामिल होती हैं. पार्टी को बदनामी करती हैं. हमें क्यों नहीं सुना जाता? क्या इसलिए कि हम पिछड़ी जाति से हैं ?’

बीमा ने कहा, ‘अगर उन्हें मंत्री पद से नहीं हटाया गया तो मैं पार्टी से इस्तीफा दे दूंगी. अगर उनके खिलाफ मेरा आरोप गलत है तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगी.’

इस बीच, केंद्रीय बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कार्तिकेय सिंह को अपने मंत्रिमंडल में शामिल करने पर हमला किया और कहा कि आरजेडी विधायक को कानून मंत्री बनाया गया है, हालांकि उन्हें अपहरण के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट का सामना करना पड़ रहा है.

आरके सिंह ने कहा, ‘हम भी बिहार से हैं और हमें शर्म आती है. बिहार में जंगलराज पार्ट-2 की वापसी हो गई है. क्या कानून मंत्री को भगोड़ा होना चाहिए और वह भी अपहरण के मामले में? कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री कैसे बनाया गया है, जो अनंत सिंह का दाहिना हाथ है, जो एक डॉन है ?’

लेशी सिंह ने मंगलवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार को मंत्री पद की पेशकश के लिए धन्यवाद दिया था और कहा कि महागठबंधन सरकार अच्छा काम करेगी.

उन्होंने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री को उनके मंत्रिमंडल में जगह देने और मेरे जैसे कार्यकर्ता को मंत्री बनाने के लिए धन्यवाद देती हूं. मैं उन लोगों का भी शुक्रिया अदा करता हूं जो मुझे यहां लाए हैं. महागठबंधन सरकार अच्छा काम करेगी, विकास की गति बढ़ेगी और मजबूती से काम होगा.’

धमदाहा सीट से पांचवीं बार विधायक रही लेशी सिंह (जद-यू) को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.

बता दें कि मंगलवार को बिहार कैबिनेट में 31 मंत्रियों ने शपथ ली. जिनमें से 16 राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से थे, 11 नीतीश की जेडीयू से, दो कांग्रेस और एक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) से था और एक निर्दलीय विधायक था.


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