नई दिल्ली: राकांपा के नेता अजीत पवार का अचानक बिना किसी कारण के गायब रहने की वजह से आ रही अटकलों के बीच मंगलवार को उन्होंने कहा कि वह जब तक जीवित हैं, अपनी पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा “मेरे बारे में फैली अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है. मैं एनसीपी के साथ हूं और पार्टी के साथ रहूंगा.”
इसके साथ ही पवार ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने करीबी विधायकों के एक गुट के साथ गठबंधन कर सकते हैं.
उनके अचानक यूं गायब होने की खबरें क्यों सुर्खियों में आ जाती हैं, इसके कई उदाहरण हैं.
विपक्ष के नेता पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राकांपा में किसी तरह के मतभेद और उनके भाजपा से हाथ मिलाने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है.
पवार ने कहा, “हम सभी (पार्टी विधायक) राकांपा के साथ हैं. मैं जब तक जीवित रहूंगा, राकांपा के लिए काम करता रहूंगा.’’
गौरतलब है कि सितंबर 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से लगभग एक महीने पहले, पवार ने विधानसभा अध्यक्ष को विधायक के रूप में अपना इस्तीफा ईमेल किया और फिर कुछ दिनों के लिए सबकी पहुंच से बाहर हो गए थे.
कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले से संबंधित एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से उनके चाचा और राकांपा प्रमुख शरद पवार और अन्य राकांपा और कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ उनका खुद का नाम आने के बाद इस्तीफा देना और फिर गायब हो जाना सामने आया था.
यह भी पढ़ें: NCP मे सौदेबाजी या BJP में जाने के आसार? क्यों अक्सर राजनीतिक चालों की वजह से सुर्खियां में रहते हैं अजीत पवार