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Saturday, 2 November, 2024
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दिल्ली की मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहा

दिल्ली में 12 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 8 सीटें मुस्लिम बाहुल्य हैं. इनमें से मुख्य सीटें हैं- ओखला, सीलमपुर, मटिया महल, चांदनी चौक, मुस्तफाबाद और बल्लीमारान.

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नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में आम आदमी पार्टी मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर बढ़त बनाती नज़र आ रही है. दूसरे नंबर पर भाजपा है और कांग्रेस तीसरे नंबर पर चल रही है. गौरतलब है कि दिल्ली में 12 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 8 सीटें मुस्लिम बाहुल्य हैं. इनमें से मुख्य सीटें हैं- ओखला, सीलमपुर, मटिया महल, चांदनी चौक, मुस्तफाबाद और बल्लीमारान.

2020 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने इन सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं तो भाजपा ने हिंदू प्रत्याशियों को टिकट दिया है. देशभर में एनआरसी-सीएए को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन दिल्ली विधानसभा चुनाव का एक अहम मुद्दा बने. एक तरफ दिल्ली के शाहीन बाग को लेकर भाजपा हमलावर रही लेकिन अरविंद केजरीवाल शाहीन बाग के मुद्दे पर चुप रहे.

2015 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का परंपरागत वोट बैंक रहे मुस्लिम समुदाय का झुकाव आम आदमी पार्टी की तरफ देखा गया था. आइए देखते हैं इन सीटों पर किस पार्टी को कितनी बढ़त मिल रही है.

1. मटिया महल विधानसभा सीट

इस सीट में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शोएब इकबाल भारी वोटों से जीत की तरफ बढ़ रहे हैं. दूसरे नबंर पर भाजपा के रविंदर गुप्ता चल रहे हैं और तीसरे नंबर पर कांग्रेस. इस सीट से भाजपा की तरफ से हरदीप सिंह पुरी ने चुनाव प्रचार किया था. साथ ही कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने जनसभा की थी.

2. ओखला विधानसभा सीट

ओखला विधानसभा सीट के रुझानों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान जीत रहे हैं. भाजपा के ब्रह्म सिंह दूसरे नंबर पर चल रहे हैं. इस सीट पर शाहीन बाग का मुद्दा लगातार छाया रहा. केजरीवाल ने हालांकि शाहीन बाग को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. लेकिन भाजपा पार्टी शाहीन बाग को लेकर लगातार हमलावर रही. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि इस तरह वोट डालना कि करंट शाहीन बाग में लगे. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोलियां चलाने वाला विवादित बयान भी इसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव प्रचार करते हुए दिया था.

3. चांदनी चौक विधानसभा सीट 

चांदनी चौक विधानसभा सीट से पिछली बार आम आदमी पार्टी से अलका लांबा विधायक थीं लेकिन इस चुनाव से पहले ही वो कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. लेकिन चुनावी नतीजे बता रहे हैं कि अलका लांबा को पार्टी बदलना महंगा पड़ा है. वे यहां बुरी तरह पीछे चल रही है. इस सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदार प्रह्लाद सिंह को भारी संख्या में वोट मिले हैं. दूसरे नंबर पर भाजपा के उम्मीदावर सुमन कुमार गुप्ता दूसरे नंबर पर चल रहे हैं.

4. मुस्तफाबाद विधानसभा सीट

मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने हाजी युनूस को अपनी उम्मीदवार बनाया था तो भाजपा ने जगदीश प्रधान को मैदान में उतारा था. कांग्रेस की टिकट पर अली महंदी चुनाव लड़ रहे थे. इस सीट पर भाजपा भारी मतों से आगे चल रही है. रुझानों के मुताबिक भाजपा के उम्मीदवार को 55295 वोट मिले हैं तो आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट को 25515 वोट. कांग्रेस के अली महंदी को 1894 मिले हैं.

5. सीलमपुर विधानसभा सीट

सीलमपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अब्दुल रहमान बढ़त बनाए हुए हैं तो दूसरे नंबर पर भाजपा प्रत्याशी कौशल कुमार मिश्रा चल रहे हैं. कांग्रेस के चौधरी मतीन अहमद तीसरे नंबर पर हैं. आम आदमी पार्टी की तरफ से गोपाल राय ने इस सीट पर चुनाव प्रचार किया था. भाजपा की तरफ से नितिन गड़करी और नित्यानंद राय चुनाव प्रचार में शामिल हुए थे.

6. बल्लीमारान विधानसभा सीट

बल्लीमारान विधानसभा सीट से भाजपा के जेपी नड्डा ने चुनाव प्रचार किया था. गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल किसी भी मुस्लिम बाहुल्य सीट पर वोट मांगने नहीं गए. इस सीट से आम आदमी पार्टी के इमरान हुसैन 35323 वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं जबकि 18712 वोट हासिल कर भाजपा की लता दूसरे नंबर पर बनी हुई हैं. कांग्रेस के हारुन युसूफ तीसरे नंबर पर हैं.

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