नई दिल्ली : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद पंजाब के नेता मनप्रीत सिंह बादल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और बीजेपी के महासचिव तरुण चुघ की मौजूदगी में बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
मनप्रीत सिंह बाद बादल बुधवार को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दिया था और आरोप लगाया कि पंजाब कांग्रेस इकाई ‘गुटबाजी’ को बढ़ावा दे रही है.
अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के भतीजे, मनप्रीत ने 1995 में गिद्दड़बाहा उपचुनाव जीतकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी.
अपने लगभग तीन दशक लंबे राजनीतिक करिअर में, यह चौथी पार्टी है जिसमें मनप्रीत शामिल हुए हैं. पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग के साथ उनके मतभेद थे.
मनप्रीत बादल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘पंजाबी में कहते हैं कि ‘मैं आया बीजेपी ऑफिस में आपने मुझे हाथों पर नहीं आंखों पर बिठा लिया’. मैं 30 साल से राजनीति में हूं. कुछ दिन पहले मेरी मुलाकात एक टाइगर से हुई, जो कि भारत के एचएम हैं. उन्होंने मुझे बताया कि पंजाब पर 400 बार हमला किया गया है. उनका बयान कि ‘हम पंजाब के लिए सब कुछ करेंगे’ ने मुझे छुआ और मैं हमेशा पंजाब और पंजाब के भविष्य के लिए चिंतित हूं.’
मनप्रीत बादल ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को संबोधित पत्र में लिखा है कि दिल्ली में पुरुषों की एक मंडली पंजाब के मामलों को चला रही है और इससे केवल गुटबाजी बढ़ी है.
मनप्रीत ने लिखा कि जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने अपने गतिविधियों को चलाया है और फैसले लिए हैं, खासकर पंजाब के संबंध में, वह निराशाजनक हैं.
पंजाब में बीजेपी लगातार कांग्रेस पार्टी को झटके दे रही है. कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ समेत करीब एक दर्जन कांग्रेसी नेता बीजेपी में शामिल हुए थे. अब मनप्रीत बादल के कांग्रेस छोड़ने के बाद एक और बड़ा झटका लगा है.
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