नई दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को असम के गुवाहाटी में नॉर्थ-ईस्ट डेमॉक्रेटिक अलायंस (NEDA) की बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि देश का प्रत्येक राज्य भारत का एक अभिन्न अंग है, इस भावना को जमीनी स्तर पर फैलाने के लिए उत्तर-पूर्व को ‘कांग्रेस मुक्त’ बनाना महत्वपूर्ण था. उन्हें खुशी है कि पूर्वोत्तर के सभी 8 राज्य नेडा के साथ हैं.
अमित शाह ने कहा कि असम चुनाव के बाद जब नेडा का विचार आया तो उन्होंने साथियों से इस पर चर्चा की. तब ये बात निकलकर आई की एनडीए का विस्तार नीचे तक ले जाना है इसके लिए नेडा जरूरी है. इसलिए इसकी स्थापना का बीज 2016 में बोया गया, जो आज विशाल वट वृक्ष बनकर पूरे नॉर्थ ईस्ट को छांव दे रहा है.
शाह ने कहा कि नार्थ ईस्ट के आठों राज्यों ने नेडा को स्वीकारा है. 25 लोकसभाओं में से 19 नेडा ने जीतकर मोदी जी की झोली में डाली हैं. हमने छोटे-छोटे दलों की भावनाओं को समझकर उन्हें नेडा से जोड़ा है.
उन्होंने कांग्रेस पर झगड़ा कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि आजादी के बाद से 2014 तक कांग्रेस ने नॉर्थ ईस्ट में भाषा, जाति, संस्कृति, क्षेत्र विशेष के आधार पर झगड़े पैदा किए. इससे पूरा नॉर्थ ईस्ट अशांति का गढ़ बन गया. यहां विकास की जगह भ्रष्टाचार को अहम जगह देने का काम कांग्रेस ने किया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नॉर्थ ईस्ट में आतंकवाद की समस्या को सुलझाने के बजाय इसे और फैलाया और अपना राज बना रहे ऐसी नीति पर चलती रही. उसने फूट डालो और राज करो वाली नीति ही अपनाई थी.
एनआरसी में छूटे लोगों पर जताई चिंता
शाह ने कहा कि नार्थ ईस्ट के राज्यों ने एनआरसी पर चिंता व्यक्त की है कि काफी लोग छूट गए हैं. इस पर गहनता से काम होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एक भी घुसपैठिया असम के अंदर रह नहीं पाएगा और दूसरे राज्य में घुस भी नहीं पाएगा.’ शाह ने कहा, ‘हम सिर्फ असम को घुसपैठियों से मुक्त करना नहीं चाहते बल्कि पूरे देश को इनसे मुक्त करना चाहते हैं.’
उन्होंने नॉर्थ-ईस्ट में अपनी सरकार के विकास की बात करते हुए कहा कि एक जमाने में हम सुनते थे कि नॉर्थ ईस्ट की पहचान आतंकवाद, घुसपैठ, ड्रग्स, भ्रष्टाचार, जनजातीय तनाव की है. पिछले 5 साल में हम विकास, कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, खेल, और शांति की दिशा में आगे बढ़े हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने राज्य को मिले विशेष अधिकार की सुरक्षा की बात करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 टेम्परेरी प्रोविजन था और अनुच्छेद 371 स्पेशल प्रोविजन है, नार्थ ईस्ट का अधिकार है इसे कोई छूने वाला नहीं है. आज सीमा पर जिस प्रकार से कई आहत करने वाली गतिविधियां चल रही हैं, उस पर हमारी सरकार कठोर होने जा रही है.
उन्होंने कहा कि ड्रग्स, हथियारों की स्मग्लिंग और मावन तस्करी के खिलाफ केंद्र सरकार कठोर कदम उठाने जा रही है.