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Thursday, 9 May, 2024
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‘हिंदुत्व एक संस्कार और संस्कृति है, हंगामा नहीं,’ शिवसेना ने BJP पर साधा निशाना

राणा दम्पत्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे .

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मुंबई: हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर महाराष्ट्र में शुरू हुए राजनीतिक विवाद के बीच शिवसेना ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कार और संस्कृति है हंगामा नहीं.

शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय घोटालेबाजों का हिंदुत्व! …बेवजह हंगामा!! में दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी किया उसके पीछे भाजपा का हाथ था.

गौरतलब है कि राणा दम्पत्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था.

शिवसेना के मुखपत्र सामना में आरोप लगाया गया है कि राणा दम्पति शहर का माहौल खराब करना चाहते हैं. सम्पादकीय में कहा गया कि उन्हें यह सब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय परिसर में करना चाहिए.


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महाराष्ट्र में हिंदुत्व ठीक चल रहा 

सम्पादकीय में कहा गया, ‘महाराष्ट्र में हिंदुत्व ठीक चल रहा है, क्योंकि इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे हैं. राज्य में हनुमान चालीसा के पाठ पर कोई रोक नहीं है, लेकिन मातोश्री के बाहर इसे करने की जिद क्यों थी?’

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दैनिक पत्र में कहा गया, ‘भाजपा द्वारा फैलाई अराजकता का समर्थन नहीं किया जाएगा. हिंदुत्व एक संस्कृति है, अराजकता नहीं.’

मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में उसमें राजद्रोह का आरोप भी जोड़ दिया. रविवार को मुंबई की एक अदालत ने राणा दंपति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इसके बाद रविवार देर रात अमरावती से सांसद नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास ले जाया गया था.

शिवसेना ने आरोप लगाया कि नवनीत राणा ने अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ते हुए फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिया था.

राणा दंपत्ति पर कटाक्ष करते हुए संपादकीय में यह भी कहा गया है कि अमरावती के राणा दंपति सांसद व विधायक हैं. वे कब किस पार्टी में होंगे और किसका झंडा कंधे पर उठाएंगे इसका कोई भरोसा नहीं किया जा सकता है. राणा बाई श्रीराम का नाम लेने का विरोध करती थीं.’

‘संसद में श्रीराम के नाम पर शपथ लेनेवालों का इस महिला ने विरोध किया था. वही महिला आज ‘हनुमान चालीसा’ आदि मुद्दों को लेकर हिंदुत्व की बीन बजाती और समस्त भाजपा नचनिए बच्चों की तरह उक्त महिला के इशारे पर नाचते हैं, इस पर हैरानी होती है.’

हनुमान चालीसा पर राजनीति

सम्पादकीय में कहा गया, ‘हनुमान सत्य के मार्ग पर चलने वाले राम के अनुयायी हैं. नवनीत राणा, जिनका आधार खुद झूठ पर बना है, वह हनुमान चालीसा के नाम पर राजनीति कर रही हैं और भाजपा इसका महिमामंडन कर रही है.’

शिवसेना ने कहा, ‘अगर भाजपा ऐसे फर्जी लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ कराना चाहती है, तो यह भगवान राम और हनुमान का अपमान है.’

पार्टी ने दावा किया कि नवनीत राणा ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसी ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टियों की मदद से 2019 का चुनाव जीता था, लेकिन अब वह भाजपा के खेमे में शामिल हो गई हैं.

सामना में कहा गया है,’झूठ की बुनियाद पर खड़ी नवनीत राणा ‘हनुमान चालीसा’ की राजनीति कर रही हैं और पूरी भाजपा इस ढकोसले की नौटंकी पर ताली बजाकर नाच रही है. यह वैसा सत्य वचन है? राणा के झूठे जाति प्रमाणपत्र के खिलाफ मुंबई पुलिस ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को विस्तृत रिपोर्ट भेजी है. इसलिए राणा दंपति का मुंबई पुलिस के खिलाफ हंगामा करना स्वाभाविक है.

केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए मुखपत्र में कहा गया कि सभी को एक प्रस्ताव दिया जा रहा है कि ‘ठाकरे सरकार के खिलाफ बोलो और केंद्र की सुरक्षा प्राप्त करो’. इससे कानून का राज धराशायी हो जाएगा!

गौरतलब है कि नवनीत राणा को हाल ही में केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र कर्मियों से लैस वीआईपी सुरक्षा प्रदान की थी.


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