scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमराजनीतिहिमंत बिस्व सरमा ने कहा- मुसलमानों को तीन शादियां नहीं करनी चाहिए, पत्नी को मिले संपत्ति में बराबर हिस्सा

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा- मुसलमानों को तीन शादियां नहीं करनी चाहिए, पत्नी को मिले संपत्ति में बराबर हिस्सा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि मुसलमानों को तीन के बजाय एक विवाह करना चाहिए और लड़कों की तरह लड़कियों को भी बराबर हिस्सेदारी मिलनी चाहिए.

Text Size:

कर्बी ऑन्गलॉन्गः असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्व सरमा न सिर्फ पत्नी के लिए संपत्ति में आधी हिस्सेदारी की बात की बल्कि यह भी कहा कि मुसलमान पुरुषों को तीन के बजाय केवल एक ही महिला से विवाह करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि समाज में तलाक के बजाय लीगल डिवोर्स की हिमायत की.

बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, ‘असम सरकार इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट है कि एक मुसलमान व्यक्ति को तीन विवाह नहीं करने चाहिए. लड़कियों को भी लड़कों की तरह बराबर की हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. 50 प्रतिशत हिस्सा पत्नी को दें. सरकार और जनसामान्य मुसलमानों के विचार एक जैसे हैं.’

पूर्वोत्तर के छात्रों के साथ भेदभाव कम होने की का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ सालों में प्रधानमंत्री के पहुंचने के कारण ऐसा हुआ है.

उन्होंने कहा, ‘अगर आप पिछले 2-3 सालों में नजर डालेंगे तो देखेंगे कि पीएम मोदी के पूर्वोत्तर से जुड़ाव और पहुंच के कारण यहां के छात्रों के साथ भेदभाव एकाएक बिल्कुल नीचे चला गया है.’


यह भी पढ़ेंः चुनाव आचार संहिता मामले में हिमंत विस्व सरमा को चुनाव आयोग ने चेतावनी देकर माफ किया


 

share & View comments