नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने अपनी नियुक्ति के साढ़े चार महीने के भीतर ही बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया .
बिंदल ने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि वो सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भ्रष्टाचार के कथित मामले में समुचित जांच हो.
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा को भेजे त्यागपत्र में बिंदल ने कहा है कि वह नैतिक आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि कुछ लोग राज्य के स्वास्थ्य निदेशक द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार में पार्टी का नाम घसीट रहे हैं.
जेपी नड्डा को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा, ‘कथित भ्रष्टाचार की संपूर्ण जांच हो और किसी प्रकार का दबाव न हो, अत: मैं उच्च नैतिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष भाजपा के पद से त्याग पत्र दे रहा हूं.’
उन्होंने लिखा, ‘मैं पूर्ण विश्वास से कह सकता हूं कि इस प्रकरण का भाजपा हिमाचल प्रदेश के साथ कोई लेना-देना नहीं है और भाजपा का दामन पाक साफ है.’
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उन्होंने लिखा, ‘गत दिनों स्वास्थ्य विभाग के निदेशक की कथित ऑडियो सीडी वायरल हुई जिसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए निदेशक, स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया व विजीलेंस विभाग पूर्ण जांच कर रहा है. इस मध्य चंद लोगों द्वारा अप्रत्यक्ष रुप से भाजपा की ओर उंगलियां उठाई गई.’
बता दें कि 18 जनवरी 2020 को बिंदल औपचारिक रुप से राज्य भाजपा के अध्यक्ष घोषित किए गए थे. इस दौरान पार्टी के सचिव सुनील देवधर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे. उन्हें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का करीबी माना जाता है.
बिंदल ने सतपाल सत्ती की जगह ली थी जो नौ सालों से राज्य के पार्टी प्रमुख थे.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)