गुरुग्राम: शिकायत समिति की बैठकों में न जाने और यहां तक कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तरह भूख हड़ताल पर जाने की घोषणा करने के एक दिन बाद हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी पर कटाक्ष किया.
विज ने कहा, “जब से नायब सैनी मुख्यमंत्री बने हैं, तब से वे लगातार उड़न खटोला में उड़ रहे हैं. यह सिर्फ मेरी राय नहीं है; यह सभी विधायकों और मंत्रियों की भावना है.”
शुक्रवार को अंबाला में मीडिया से बात करते हुए विज ने कहा, “मैंने उन लोगों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी जिन्होंने मुझे चुनाव में हराने की कोशिश की थी- चाहे वह सरकारी अधिकारी हों, कर्मचारी हो या पार्टी के छोटे-मोटे नेता हों. 100 दिन बीत गए हैं, फिर भी किसी ने मुझसे इसके बारे में नहीं पूछा, न ही कोई कार्रवाई की गई.”
उन्होंने कहा, “मुझे शक है कि मुझे हराने की साजिश के पीछे एक वरिष्ठ नेता का हाथ है. यहां तक कि मेरी जान लेने की भी कोशिश की गई थी. मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं और अगर मैं कह रहा हूं कि मुझे हराने की कोशिश की गई, तो तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए थी.”
विज को सिरसा और कैथल में शिकायत समिति की बैठकों में भाग लेना था, लेकिन उन्होंने उन्हें छोड़ने का फैसला किया.
विज ने टिप्पणी की कि चूंकि 100 दिनों में “कुछ भी” नहीं किया गया था, इसलिए उन्हें “इस बात की परवाह नहीं है कि वह कार्रवाई करते हैं या नहीं”.
उन्होंने कहा, “हमारे मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से ही उड़न खटोले में घूम रहे हैं. उन्हें नीचे आकर लोगों पर ध्यान देना चाहिए. यह सिर्फ मेरी राय नहीं है; यह सभी विधायकों और मंत्रियों के मन में भी है. अंबाला छावनी के लोगों ने मुझे चुना है. मैं उनके कल्याण के लिए जो भी करना होगा करूंगा — चाहे इसके लिए मुझे अपनी जान देनी पड़े, विरोध प्रदर्शन करना पड़े या भूख हड़ताल करनी पड़े.”
दिप्रिंट से फोन पर बात करते हुए विज ने कहा कि अंबाला छावनी से सातवीं बार चुने जाने के कुछ ही दिनों बाद उन्होंने एक सार्वजनिक बैठक में कहा कि कुछ व्यक्तियों ने उन्हें हराने के लिए पूरी कोशिश की.
विज ने कहा कि सार्वजनिक मंच से यह बयान देने के तुरंत बाद उन्होंने पार्टी और राज्य सरकार दोनों को एक लिखित शिकायत सौंपी, जिसमें उन व्यक्तियों का नाम लिया गया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई.
निराश विज ने दिप्रिंट से कहा, “तब से 100 दिन से ज़्यादा वक्त बीत चुका है और उनमें से किसी के खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हालात ऐसे हो गए हैं कि जिन लोगों ने मेरी हार के लिए काम किया, वह अब मेरा मज़ाक उड़ा रहे हैं और कह रहे हैं कि मैं उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाया.”
इस बीच, राज्य सरकार ने शुक्रवार को आईएएस अधिकारी पार्थ गुप्ता का तबादला कर दिया, जो अनिल विज के गृह जिले अंबाला के डिप्टी कमिश्नर थे. उनका तबादला यमुनानगर कर दिया गया है. उनकी जगह अजय कुमार तोमर को नियुक्त किया गया है.
2013 बैच के आईएएस अधिकारी गुप्ता को 19 मई, 2015 को अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिज़ोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर से हरियाणा में स्थानांतरित किया गया था. उन्हें 2024 में हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से ठीक पहले विज के अंबाला जिले में तैनात किया गया था.
जब दिप्रिंट ने विज से अधिकारी के तबादले के बारे में पूछा, तो उन्होंने वही दोहराया जो उन्होंने दिन में पहले मीडिया को बताया था — कि 100 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद, उन्हें अब इस बात की परवाह नहीं है कि सरकार उनके द्वारा नामित अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है.
जब सीएम सैनी के बारे में उनकी “उड़न खटोला” टिप्पणियों के बारे में विस्तार से पूछा गया, तो विज ने कहा कि किसी को केवल हरियाणा के पिछले सीएम के फ्लाइंग रिकॉर्ड की जांच करने की ज़रूरत है. विज ने टिप्पणी की, “नायब सैनी ने केवल 100 दिनों में जितने घंटे उड़ान भरी है, वह अन्य सीएम द्वारा अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल में राज्य के हेलीकॉप्टर में उड़ान भरने से कहीं अधिक है.”
अन्य मंत्रियों और विधायकों के मन में भी “यही भावना होने” के मामले पर, विज ने कहा कि अन्य लोग बोलने से डरते हैं.
भारत के सबसे प्रतिष्ठित जाट-किसान नेताओं में से एक चौधरी छोटू राम की जयंती मनाने के लिए रोहतक में जाट एजुकेशन सोसाइटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में, सीएम सैनी मीडिया के सवालों से बचते हुए देखे गए.
विज के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने संक्षेप में जवाब दिया, “अनिल विज हमारे नेता हैं” और फिर तुरंत कार्यक्रम छोड़कर चले गए.
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