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Friday, 24 October, 2025
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हरियाणा बीजेपी का बिहार चुनाव के लिए गेम प्लान: प्रवासी होंगे मुख्य खिलाड़ी

बिहार में चुनाव सूची संशोधन और अगले महीने होने वाले चुनाव के बीच बीजेपी ने हरियाणा में रहने वाले बिहार के प्रवासियों तक पहुंच बढ़ा दी है. यह 14 जिलों पर केंद्रित है, जहां प्रवासियों की संख्या ज्यादा है.

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गुरुग्राम: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हरियाणा में रहने वाले बिहार के प्रवासियों तक अपनी पहुंच तेज़ कर दी है, ताकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की स्थिति मजबूत की जा सके.

यह अभियान तब और जरूरी हो गया जब बिहार में विशेष गहन चुनाव सूची संशोधन (SIR) हुआ, जिसमें चुनाव आयोग ने अंतिम मतदाता सूची से लगभग 50 लाख नाम हटा दिए. हटाए गए कई मतदाता या तो मृत पाए गए, स्थायी रूप से अपने पते से चले गए, एक से अधिक विधानसभा में पंजीकृत थे, या उनका पता नहीं चला.

बहुत से हटा दिए गए मतदाता संभवतः अन्य राज्यों, जिनमें हरियाणा भी शामिल है, चले गए हैं और बीजेपी का प्लान है कि ऐसे प्रवासियों से संपर्क किया जाए.

पानीपत के बीजेपी जिला अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट ने दिप्रिंट को बताया कि पार्टी उन प्रवासियों की पहचान कर रही है, जिनके वोट SIR में हटा दिए गए, साथ ही बिहार के उन प्रवासियों को भी जुटा रही है जिनके वोट उनके मूल राज्य में अभी भी सुरक्षित हैं.

उन्होंने कहा, “हमारे लोग उन बिहारी प्रवासियों की पहचान कर रहे हैं, जो हरियाणा में स्थायी रूप से बस गए हैं और जिनके वोट यहां हैं. ये वही लोग हैं जिनके वोट बिहार में SIR के दौरान हटा दिए गए. हम इन लोगों को ‘विस्तारक’ बनाएंगे और उन्हें बिहार भेजेंगे ताकि वे अपने मित्रों और परिवार को एनडीए उम्मीदवारों के लिए मतदान करने के लिए प्रेरित करें.”

उन्होंने आगे कहा, “सिर्फ पानीपत से ही हम 800 से अधिक लोगों को विस्तारक के रूप में भेजने की योजना बना रहे हैं. वहीं, जो लोग काम के लिए यहां आए हैं और बिहार में पंजीकृत मतदाता हैं, उन्हें भी बिहार जाकर वोट देने में मदद दी जाएगी.”

बिहार में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा. परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

भट्ट ने बताया कि पार्टी कंपनियों से संपर्क करेगी और उनसे निवेदन करेगी कि प्रवासियों को सैलरी के साथ छुट्टी दी जाए, ताकि वे अपने घर जाकर लोकतांत्रिक कर्तव्य निभा सकें.

भट्ट ने कहा, “हम उद्योगों से आग्रह करेंगे कि उन्हें कुछ एक्स्ट्रा पैसे भी दें, ताकि वाहन की व्यवस्था से आसानी से घर जा सकें.”

उन्होंने अनुमान लगाया कि सिर्फ पानीपत में ही बिहार में वोट रखने वाले 25,000 से अधिक बिहार के प्रवासी हैं और 2,200 से अधिक लोग शहर में स्थायी रूप से बसे हैं.

फतेहाबाद के बीजेपी जिला अध्यक्ष परवीन जोरा ने दिप्रिंट को बताया कि पार्टी का मुख्य फोकस हरियाणा के उन 14 जिलों पर है, जहां बिहारी प्रवासियों की संख्या अधिक है.

उन्होंने कहा, “ये जिले, ज्यादातर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में, जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, करनाल आदि, कई उद्योगों के कारण बिहार से आए मजदूरों से भरे हुए हैं. अन्य जिलों में निर्माण और अन्य गतिविधियों में शामिल लोग ज्यादातर उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान से हैं.”

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बुधवार को अपने आवास पर बिहार चुनाव अभियान पर एक मीटिंग को संबोधित किया | फोटो: स्पेशल अरेंजमेंट
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बुधवार को अपने आवास पर बिहार चुनाव अभियान पर एक मीटिंग को संबोधित किया | फोटो: स्पेशल अरेंजमेंट

बीजेपी प्रवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी के निवास पर बिहार से आए प्रवासियों को जुटाने की रणनीति के लिए बैठक आयोजित की गई थी.

उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने पहले ही 2-3 लाख बिहार मूल के निवासियों में से 1 लाख से अधिक से संपर्क किया है और उन्हें बिहार जाकर NDA के लिए वोट देने के लिए प्रेरित किया है.

शर्मा ने कहा, “मतदान के करीब विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी, ताकि बिहारी प्रवासी घर जाकर अपना लोकतांत्रिक कर्तव्य निभा सकें.”

जब पूछा गया कि क्या बीजेपी उनका परिवहन खर्च उठाएगी, तो शर्मा ने नकारात्मक उत्तर दिया और कहा कि पार्टी केवल यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्रों तक पहुंचने में कोई समस्या न हो.

‘भारी उत्साह’

बुधवार को, मुख्यमंत्री नायब सैनी और हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने चंडीगढ़ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक की, जिसमें बिहार चुनाव के लिए अभियान की रूपरेखा तैयार की गई. संगठन सचिव फणिन्द्र नाथ शर्मा, महासचिव अर्चना गुप्ता, जिला अध्यक्ष और बीजेपी के बिहारी मूल के कार्यकर्ता भी बैठक में उपस्थित रहे.

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में बडौली ने कहा कि बिहार के निवासियों में एनडीए उम्मीदवारों का समर्थन करने को लेकर भारी उत्साह है. उन्होंने बताया कि 54 वरिष्ठ हरियाणा बीजेपी नेताओं को बिहार के काम सौंपे गए हैं, जिनमें से 25 पहले ही वहां चुनावी प्रचार में लगे हुए हैं.

बिहार कार्यों के लिए नियुक्त नेताओं में केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, राज्य मंत्री विपुल गोयल, राव नर्बीर सिंह, कृष्ण कुमार बेदी, गौरव गौतम, राजेश नगर, साथ ही विधायक और पूर्व मंत्री जैसे ओम प्रकाश यादव शामिल हैं.

बडौली ने विपक्ष के उस आरोप को खारिज किया कि SIR प्रक्रिया के दौरान वोट हटाना ‘वोट चोरी’ के समान है और कहा कि जिन लोगों ने स्थायी रूप से अन्य राज्यों में बस गए थे, उनके नाम हटा दिए गए थे.

बीजेपी की ये पहल बिहार के वोटर्स को आकर्षित करने के लिए राज्य द्वारा आयोजित कार्यक्रमों का ही विस्तार माना जा रहा है, जिसमें उनके सांस्कृतिक त्योहारों जैसे छठ पूजा का आयोजन शामिल है.

पिछले दो साल में विशेष रूप से हरियाणा सरकार ने विभिन्न जिलों में बिहारी प्रवासियों की भारी संख्या वाले क्षेत्रों में छठ का भव्य सार्वजनिक आयोजन किया.

इन पहलों का उद्देश्य सद्भावना बढ़ाना और बीजेपी को प्रवासियों की परंपराओं का समर्थक दिखाना था, साथ ही उन्हें चुनावी भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना भी शामिल था.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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