पणजी: गोवा के नवनियुक्त मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत बुधवार को 36 सदस्यों वाली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाली गठबंधन सरकार में बहुमत हासिल कर लिया है. 20 विधायकों ने उनके पक्ष में वोट किया है. उन्होंने इससे पहले बहुमत जीतने का सौ फीसदी दावा किया था.
Goa Chief Minister Pramod Sawant wins floor test after 20 MLAs voted in his favor in the state assembly. pic.twitter.com/kBbxcAvwGU
— ANI (@ANI) March 20, 2019
इससे पहले सावंत ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया था कि वे शक्ति परीक्षण जीतने के लिए पूरी तरह आश्वस्त हैं, वहीं कांग्रेस ने विधानसभा के महत्वपूर्ण एकदिवसीय सत्र के लिए अपनी योजना बताने से इंकार कर दिया है.
इससे पहले 21 विधायकों के साथ सरकार बहुमत का दावा किया था. इनमें से 12 विधायक बीजेपी से, 3 गोवा फॉरवर्ड पार्टी और 3 महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और 3 निर्दलीय थे जिनके भाजपा को समर्थन देने की संभावना जताई जा रही थी. वहीं सदन कुल 36 सदस्यों वाला है. बहुमत साबित करने के लिए कुल 19 विधायकों की जरूरत थी.
Goa Chief Minister & BJP leader Pramod Sawant ahead of Floor Test: We have 100 per cent confidence that we will win. pic.twitter.com/q6WXhHMJko
— ANI (@ANI) March 20, 2019
बुधवार सुबह 11.30 बजे शुरू हो रहे सत्र का एक मात्रा एजेंडा विधानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष और भाजपा विधायक माइकल लोबो की देखरेख में विश्वास मत सिद्ध करना था. भाजपा नीत गठबंधन में भाजपा के 12 विधायक, गोवा फॉरवार्ड, और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक तथा दो निर्दलीय विधायक थे.
वहीं 36 सीटों वाली गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 14 विधायक हैं. एक निर्दलीय विधायक प्रसाद गांवकर को सोमवार को भाजपा और कांग्रेस दोनों कैंपों का माना जा रहा था और उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया था कि वे किसका समर्थन करेंगे.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के एक मात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ ने 2017 में भाजपा-नीत गठबंधन के पक्ष में अपना मत दिया था, लेकिन वे सोमवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शामिल हुए थे. गोवा की 36 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने के लिए किसी भी पार्टी को 19 अंक तक पहुंचना था.
इससे पहले सावंत के अनुसार, वे बहुमत सिद्ध करने के लिए आश्वस्त हैं. सावंत ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे विश्वास है कि हम शक्ति परीक्षण में सफल होंगे.’
गौरतलब है कि देश के पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के 63 वर्षीय मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का लंबे समय से अग्नाशय कैंसर से जूझने के बाद उनका निधन हो गया था. जिसके बाद से सीएम की कुर्सी खाली थी.