नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की और शराब माफियाओं द्वारा मंगलवार को पुलिस टीम पर किए गए हमले के लिए उनकी शराबबंदी को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें एक पुलिस निरीक्षक की मौत हो गई.
सिंह ने कहा कि यह ”जिद” है जिसने निर्दोष लोगों को जेल भेजा और कई लोगों को शराब माफियाओं ने मार डाला.
गिरिराज सिंह ने कहा, “शराबबंदी की गलत नीतियों के कारण, बिहार के सीएम नीतीश कुमार की जिद के कारण, कई निर्दोष लोगों को जेल जाना पड़ा. शराब माफियाओं ने बहुत सारे लोगों की हत्या कर दी. माफिया ने एक एएसआई की हत्या कर दी. इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं?- नीतीश कुमार.”
आगे सिंह ने कुमार से अपने फैसले की समीक्षा करने की मांग करते हुए कहा, “नीतीश कुमार, कृपया अपनी जिद छोड़ें और सर्वदलीय बैठक बुलाकर अपने फैसले की समीक्षा करें.”
गौरतलब है कि बिहार के बेगुरसराय जिले में शराब तस्करों द्वारा कथित तौर पर पुलिस टीम पर किए गए हमले में एक पुलिस निरीक्षक की मौत हो गई और एक होम गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया.
यह घटना मंगलवार और बुधवार की है जब बेगूसराय के नावकोठी थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक कार में कुछ लोग शराब ले जा रहे थे.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, जैसे ही पुलिस टीम ने कार को रोकने की कोशिश की, तस्करों ने अपनी गति बढ़ा दी और निरीक्षक और अन्य को टक्कर मार दी.
बेगुसराय के पुलिस अधीक्षक (एसपी) योगेन्द्र कुमार ने कहा, “बेगूसराय के नावकोठी थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक कार में शराब ले जायी जा रही है. सूचना के आधार पर नाईट पेट्रोल वाहन भेजा गया. रात 12:30 बजे कार को रोकने के लिए छतौना बूढ़ी गंडक नदी पुल के पास पुलिस की गाड़ी लेकर इंस्पेक्टर खमास चौधरी तीन गृहरक्षकों के साथ खड़े थे.”
एसपी ने कहा, “पुलिस की गाड़ी देखकर कार चालक ने अपनी गति बढ़ा दी और इंस्पेक्टर खमास चौधरी को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. एक होम गार्ड भी घायल हो गया, जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.”
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने कार के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है. “एक विशेष टीम का गठन किया गया है. टीम ने वाहन के मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ जारी है.”
विशेष रूप से, अप्रैल 2016 से बिहार में शराब के निर्माण, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर पूर्ण प्रतिबंध लगा हुआ है. हालांकि, प्रतिबंध के वर्षों के बाद भी राज्य में एक के बाद एक जहरीली त्रासदी देखी जा रही है.
हालांकि, नीतीश कुमार शराब पर अपने विचारों को लेकर सख्त नजर आ रहे हैं. अतीत में, उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रशासन ऐसे राज्य में शराब की अनुमति नहीं देगा जहां शराब के मामलों से संबंधित हिंसा की एक श्रृंखला देखी जा रही है.
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