नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हार का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी इन दिनों अपने बुरे दौर से गुजर रही है. वंशवाद का दंश झेल रहे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी एक ओर जहां इस्तीफा देने पर अड़े हैं वहीं देश भर के कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता उन्हें इस्तीफा न देने की गुहार कर रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ दिल्ली कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर एकत्र होने की योजना बना रहे हैं और उनसे पार्टी के शीर्ष पद से हटने के प्रस्ताव को वापस लेने की अपील करेंगे. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे शाम चार बजे बजे एकत्र होंगे.
शीला दीक्षित ने कहा, ‘वह और कांग्रेस के कई नेता राहुल गांधी के घर पर प्रदर्शन करने पहुंच रहे हैं. हमलोग उनसे गुहार करेंगे कि पार्टी नेता पद से इस्तीफा न दें. अगर राहुल इस्तीफा दे देते हैं तो पार्टी को गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ेगा.’
वहीं कर्नाटक में भी पार्टी कार्यकर्ता राहुल गांधी से इस्तीफा न देने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा है कि वह गुरुवार को राहुल गांधी ने मिलने दिल्ली आएंगे और उनसे गुजारिश करेंगे कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा न दें. राहुल ने सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में कहा था कि वह किसी और के नाम की तलाश करें. गैर गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने पर विचार करें. इसके बाद से ही राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं.
बता दें कि लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने पद छोड़ने की पेशकश की है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि राहुल ने अपना मन बना लिया है और उनके पास आ रहे बार-बार के आग्रहों पर वह विचार नहीं करने वाले.
राहुल के इस्तीफे की बात पर दिग्गज नेता हुए सक्रिय
पार्टी के अंदर के सूत्रों ने कहा कि अंतरिम अध्यक्ष पार्टी के युवा नेताओं जैसे अशोक चव्हाण, गौरव गोगोई, दीपेंद्र हुड्डा, सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुष्मिता देब की सदस्यता वाले एक अध्यक्ष मंडल के साथ काम करेगा.
खबर यह भी है कि अगर राहुल गांधी पार्टी पद से इस्तीफा देते हैं तब सचिन पायलट भी कांग्रेस पार्टी को छोड़ सकते हैं.
Congress leader Sheila Dikshit: We are going to be near the residence of Rahul Gandhi, will demonstrate there to convey our feelings that he should not resign. The Party will suffer a very heavy loss which we don't want. We are going there to plead with him to not do this. pic.twitter.com/egwl8HWkxf
— ANI (@ANI) May 29, 2019
कांग्रेस पार्टी को हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भारी हार का सामना करना पड़ा है. पार्टी मात्र 52 सीटें जीतने में कामयाब हो सकी है, जबकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने 300 से अधिक सीटें जीती है.