नई दिल्ली: भाजपा के किले से एक और राज्य हुआ बाहर हो गया है. विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद साफ हो गया है कि झारखंड भी भाजपा के हाथ से निकल गया है. सत्ताधारी भाजपा सरकार राज्य में केवल 30 सीटों पर आकर सिमट गई है. दो माह के भीतर भाजपा महाराष्ट्र के बाद झारखंड से भी सत्ता से बाहर हो गई. बीते एक वर्ष में 4 राज्यों से भाजपा अपना वर्चस्व खो चुकी है. वहीं झारखंड पांचवा ऐसा राज्य होगा जहां भाजपा सत्ता से दूर हो गई.
मार्च 2018 में एनडीए की 21 राज्यों में सरकार थी. 2018 के अंत में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा. हिंदी पट्टी के तीनों अहम राज्यों से भाजपा सत्ता से बाहर हो गई. लेकिन पार्टी ने इन तीनों ही राज्यों में लोकसभा चुनाव में जोरदार प्रदर्शन किया था.
केंद्र की सत्ता में मोदी सरकार 2.0 की वापस आने के बाद हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुए. महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना को बहुमत मिली, लेकिन सीएम पद को लेकर फंसे पेंच के बाद मामला उलझता गया. इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई. ऐसे में भाजपा के हाथ से एक और महत्वपूर्ण राज्य छिन गया. जबकि पार्टी हरियाणा में जेजेपी के गठबंधन से सत्ता पर दोबारा काबिज़ होने पर कामयाब रहीं.
2014 के आम चुनाव में भाजपा मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई थी. तब भाजपा के पास महज सात राज्य थे. वहीं कांग्रेस के पास 13 सूबों में सरकारें थी. इसके बाद हुए राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने कई राज्यों में जीत हासिल की. 2018 में एनडीए की 21 राज्यों में सरकार थी लेकिन अब भाजपा का ग्राफ तेजी से गिर रहा है.अब एनडीए के पास केवल इतने 16 ही राज्य बचे हैं.