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Saturday, 18 May, 2024
होमराजनीति2024 पर नजर, ममता की शहीद दिवस रैली को बंगाल के बाहर BJP राज्यों तक पहुंचाने की तैयारी में TMC

2024 पर नजर, ममता की शहीद दिवस रैली को बंगाल के बाहर BJP राज्यों तक पहुंचाने की तैयारी में TMC

ममता बनर्जी का 21 जुलाई का भाषण लाइव दिखाने के लिए पश्चिम बंगाल और पांच अन्य राज्यों- गुजरात, उत्तर प्रदेश, असम, त्रिपुरा और दिल्ली- में कई जगह विशाल स्क्रीन लगाई जाएंगी.

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के कुछ महीनों बाद मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी शहीद दिवस (21 जुलाई) पर एक नेशनल आउटरीच प्रोग्राम की योजना बना रही हैं, जिनकी नजरें 2024 के लोकसभा चुनाव पर टिकी हुई हैं.

आउटरीच प्रोग्राम के तहत बनर्जी के 21 जुलाई के भाषण को पश्चिम बंगाल और पांच अन्य राज्यों- गुजरात, उत्तर प्रदेश, असम, त्रिपुरा और दिल्ली- में कई जगह विशाल स्क्रीन के जरिये लाइव प्रसारित किया जाएगा. इनमें दिल्ली के अलावा बाकी भाजपा शासित राज्य हैं.

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने मुख्यमंत्री के संबोधन के लाइव प्रसारण के लिए मंच, विशाल स्क्रीन और अनुवादकों की व्यवस्था की है.

टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने बताया कि दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में बनर्जी के भाषण को एक विशाल स्क्रीन पर प्रसारित करने की व्यवस्था की जा रही है.

बनर्जी ने शहीद दिवस रैली की शुरुआत 1993 में युवा कांग्रेस की रैली में मारे गए 13 लोगों की स्मृति में एक वार्षिक कार्यक्रम के तौर पर की थी. वह उस समय युवा कांग्रेस की नेता थीं.

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टीएमसी का आउटरीच प्रोग्राम बनाम भाजपा का धरना

तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने दिप्रिंट को बताया कि पार्टी ने 5 जून को कोलकाता में अपनी संगठनात्मक बैठक के दौरान अपने नेशनल आउटरीच प्रोग्राम के विस्तार का फैसला किया.

रॉय ने बताया, ‘कई विपक्षी नेताओं को कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है. हम वहां भाषण देंगे. यह हमारा प्रमुख कार्यक्रम है और इस बार इसे पूरे भारत में पहुंचाया जाएगा. उत्तर प्रदेश, गुजरात और असम जैसे राज्यों के कई विपक्षी दलों ने नेताओं ने उनके भाषण के प्रसारण के लिए हमसे संपर्क किया था. व्यवस्था स्थानीय इकाइयों की तरफ से की जा रही है. राष्ट्रीय स्तर पर हमारी पार्टी के विस्तार की दिशा में यह पहला कदम है.’

तृणमूल के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी एक महीने से अधिक समय से काम कर रही है. उन्होंने कहा, ‘दीदी के भाषण के अलावा हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी भाषण देंगे. और हम अपना मुखपत्र जागो बांग्ला भी फिर से लॉन्च करेंगे.’

नाम जाहिर न करने की शर्त पर तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बनर्जी केंद्र सरकार की तरफ से ‘अवैध निगरानी’, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और मोदी सरकार की अन्य ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक’ नीतियों के खिलाफ बोलेंगी.’

उन्होंने बताया, ‘दीदी अगले हफ्ते चार-पांच दिन की यात्रा पर दिल्ली जाएंगी. वह विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगी. सोनिया गांधी से भी उनकी मुलाकात होने की संभावना है. राजनीतिक बैठकों के अलावा दीदी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने का समय भी मांगेंगी.

एक तरफ जहां तृणमूल कांग्रेस ने 1998 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार शहीद दिवस कार्यक्रम भाजपा शासित राज्यों तक पहुंचाने का फैसला किया है, वहीं भगवा पार्टी की बंगाल इकाई ने राज्य में राजनीतिक हिंसा के दौरान मारे गए अपने कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए ‘शहीद दिवस’ कार्यक्रम की योजना बनाई है.


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भाजपा इस साल चुनाव बाद की हिंसा के दौरान कथित तौर पर मारे गए अपने तीन दर्जन कार्यकर्ताओं के पोस्टर राज्य के जिलों में लगाएगी. पार्टी अपने ‘शहीदों’ के लिए न्याय की मांग को लेकर कोलकाता और दिल्ली में धरना देने की योजना भी बना रही है.

भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘भाजपा नेता चुनाव बाद हिंसा की भेंट चढ़े पार्टी के ‘38 शहीदों’ की मौत का शोक जताने के लिए गांधी घाट में धरने पर बैठेंगे.’

ममता ने कांग्रेस का आंदोलन ‘हाइजैक’ किया

भाजपा ने बनर्जी पर उस दिन को ‘हाईजैक’ करने का आरोप लगाया है जो कि ‘कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं से जुड़ा है.’

बंगाल में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘यह आंदोलन वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ कांग्रेस की तरफ से चलाया गया था. ममता बनर्जी उनमें से एक नेता थीं. लेकिन उन्होंने वह दिन हाईजैक कर लिया और इसे तृणमूल शहीद दिवस के रूप में मनाने लगीं. इस बीच, उनकी पार्टी की तरफ से क्रूर हत्याएं जारी रहीं. 2 मई के बाद से तृणमूल की तरफ से फैलाई गई चुनाव बाद की हिंसा में कम से कम 38 भाजपा कार्यकर्ता मारे गए. वे हमारे शहीद हैं. हम उनके लिए न्याय की मांग कर रहे हैं.’

उन्होंने आगे कहा कि पार्टी कोलकाता में अपने मुख्यालय और दक्षिण कोलकाता के हेस्टिंग्स इलाके में चुनाव कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा, ‘हम शहरों और जिलों में अपने शहीदों के पोस्टर लगाएंगे. हम सभी जिलों में शहीद दिवस भी मनाएंगे.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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