नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, केरल और पंजाब में उपचुनावों की तिथि 13 नवंबर से आगे बढ़ाकर 20 नवंबर कर दी है.
यह फैसला कांग्रेस, भाजपा, बसपा और रालोद सहित राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों के अनुरोध के बाद लिया गया है. राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों ने विभिन्न त्योहारों के कारण इन राज्यों में तिथियों को आगे बढ़ाने का चुनाव आयोग से अनुरोध किया था.
कांग्रेस के अनुसार, केरल के 56-पालक्काड़ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा 13 से 15 नवंबर 2024 तक मनाए जाने वाले “कलपथी रास्तोलसवम” उत्सव में शामिल होगा.
उत्तर प्रदेश में भाजपा, बसपा और रालोद के अनुसार, लोग कार्तिक पूर्णिमा मनाने के लिए तीन से चार दिन पहले ही यात्रा करते हैं.
कांग्रेस के अनुरोध के अनुसार, पंजाब में श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व 15 नवंबर को मनाया जाना है और 13 नवंबर से अखंड पाठ का आयोजन किया जाना है.
उल्लेखनीय है कि आयोग ने मतदाताओं की सुविधा और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए पिछले चुनावों में मतदान की तिथियों में फेरबदल किया था.
पंजाब राज्य चुनाव 2022 में श्री गुरु रविदास जी जयंती समारोह के कारण मतदान की तिथि बदल दी गई. इसी तरह मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022 में पहला चरण रविवार को होने के कारण दोनों चरणों के लिए मतदान की तिथि बदल दी गई.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 में बारावफात के कारण मतदान की तिथि बदली गई थी; मिजोरम विधानसभा चुनाव 2013 में भी सामाजिक समारोहों और रविवार के कारण मतदान और मतगणना की तिथि बदली गई थी और राजस्थान चुनाव 2023 में देवउठनी एकादशी और हाल ही में हरियाणा में आसोज अमावस्या के कारण मतदान की तिथि बदली गई थी.
केरल में एक विधानसभा क्षेत्र, पंजाब में चार निर्वाचन क्षेत्र और उत्तर प्रदेश में नौ निर्वाचन क्षेत्रों में अब 20 नवंबर को मतदान होगा. इन विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना और मतदान समाप्ति की तिथि अपरिवर्तित रहेगी, अर्थात क्रमशः 23 और 25 नवंबर.
यह भी पढ़ेंः ‘4 नवंबर तक सब कुछ साफ हो जाएगा’, BJP द्वारा नवाब मलिक का विरोध किए जाने पर बोले अजित पवार