नई दिल्ली: बंगाल में चौथे चरण का मतदान भले ही खत्म हो गया हो लेकिन कूच बिहार चर्चा में है. दरअसल कूच बिहार में हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने किसी भी राज्य या राष्ट्रीय स्तर के किसी भी नेता के प्रवेश पर अगले 72 घंटे तक के लिए रोक लगा दी है.
In Cooch Behar district where voting shall be over by today, no political leader from any national, state, or other party should be allowed to enter the geographical boundaries of the district for the next 72 hours with immediate effect: Election Commission pic.twitter.com/DuWUAZYwtF
— ANI (@ANI) April 10, 2021
बता दें कि कूच बिहार के सीतलकूची के मतदान केंद्र के पास सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा की गई गोलीबारी में चार व्यक्तियों की मौत के बाद उक्त मतदान केंद्र पर मतदान रोक दिया गया था. घायलों में से एक को गोली लगी है और अन्य तीन को इस दौरान चोट लगी.
हालांकि, सीईओ आरिज आफ़ताब के कार्यालय में पेश की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों को ‘आत्मरक्षा’ में सीतलकूची के एक बूथ के पास गोली चलानी पड़ी, क्योंकि उन्हें 350 लोगों की भीड़ से खतरा महसूस हुआ जिसने उन्हें घेर लिया था.
लेकिन आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा गश्त के दौरान सीआईएसएफ के दस्ते पर कथित हमले और उस दौरान एक बच्चे के घायल होने की वजह से इस घटना की शुरुआत हुई थी.
इस घटना को लेकर टीएमसी और बीजेपी आमने सामने आ गए हैं. ममता बनर्जी ने कूच बिहार की घटना की वजह से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की. ममता बनर्जी ने उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील की और केंद्रीय बलों पर सीतलकूची में पंक्तिबद्ध खड़े मतदाताओं पर गोलियां चलाने का आरोप लगाया.
हालांकि, पुलिस का कहना है कि कूचबिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा हमला किए जाने के बाद सीआईएसएफ ने कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. ऐसा आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की ‘राइफल छीनने की कोशिश कीं.’
(भाषा इनपुट के साथ)
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