नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को लगातार तीसरे दिन फिर से पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा है.
राहुल मंगलवार को भी दूसरे दिन पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश हुए थे. ईडी ने सोमवार को राहुल गांधी से 10 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी.
सूत्रों ने बताया कि राहुल से गांधी परिवार द्वारा यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईपी) के स्वामित्व और नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) में इसके शेयरहोल्डर पैटर्न के बारे में पूछताछ की गई.
वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार ईडी द्वारा राहुल से पूछताछ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
बुधवार को भी कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
दिल्ली: नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ED की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं।
राहुल गांधी से आज तीसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ होने वाली है। pic.twitter.com/3WTaa4THYm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 15, 2022
जानकारी के लिए बता दें कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा शुरू किया गया नेशनल हेराल्ड, एजेएल द्वारा प्रकाशित किया गया था. 2010 में, एजेएल, जिसे वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, को वाईआईएल ने सुमन दुबे और सैम पित्रोदा के साथ निदेशक के रूप में लिया था. यह दोनों ही गांधी परिवार के वफादार माने जाते हैं.
दिल्ली हाई कोर्ट में एक शिकायत में, भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी और उनके बेटे, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी की साजिश रचने और धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था.
जांच से परिचित अधिकारियों ने कहा कि राहुल गांधी से वाईआईएल द्वारा एजेएल के अधिग्रहण के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं क्योंकि बाद में गांधी परिवार की हिस्सेदारी है. कांग्रेस नेता से धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत पूछताछ की जा रही है.
नेशनल हेराल्ड एजेएल द्वारा प्रकाशित और वाईआईएल के स्वामित्व में है। यह भी पता चला है कि ईडी पीएमएलए की धारा 50 के तहत राहुल गांधी के बयान का लिखित बयान लेगी.
इस मामले में पहले मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल सहित कांग्रेस नेताओं से पूछताछ की गई थी. राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी 23 जून को ईडी के सामने पेश होने वाली हैं. उन्हें रविवार को कोविड की जटिलताओं के बाद गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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‘लोकतंत्र खतरे में है’
बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि देश के हर मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया है और इसलिए इन्हें परेशान किया जा रहा है.
उन्होंने आगे मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम अब अपने कर्मचारियों को पार्टी कार्यालय में नहीं ला सकते हैं. हमें बताया गया था कि यहां दो ही सीएम आ सकते हैं. किसी और को यहां आने की अनुमति नहीं है.
उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने राहुल गांधी के मुंह में हाथ डालने की कोशिश की है, उनको (केंद्र सरकार) को बहुत महंगा पड़ेगा.’
बघेल ने कहा, ‘आप कार्यकर्ता-नेता को कार्यालय में आने से प्रतिबंध लगाा रहे हैं. आप किसी को एक सीमा तक दबा सकते हैं उससे ऊपर नहीं. पूरा देश इस घटना को बेहद करीब से देख रहा है.’
उन्होंने कहा कि पूरे देश में जो हालात है वो सबके सामने हैं. तीन दिन से हमलोग दिल्ली में है और पहले दिन 200 लोगों को अनुमति दी गई, कल कुछ नेताओं को अनुमति दी गई और आज तो हद हो गई कि हम अपने स्टाफ को भी नहीं ला सकते हैं.
बघेल ने कहा कि पिछले 8 सालों से देश में जो हो रहा है उसे एक व्यक्ति लगातार केंद्र सरकार की नाकामियों को सबके सामने रख रहा है वो है राहुल गांधी.
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि ये 8 साल का काला अध्याय है, इतिहास में इस 8 साल को अगर देखा जाएगा तो ये काला अध्याय के रूप मे देखा जाएगा क्योंकि इसमें संवैधानिक धज्जियां उड़ रही है, लोकतंत्र खतरे में हैं और पूरे देशवासी बहुत दुखी हैं और तनाव में हैं.
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