नई दिल्ली: संसद भवन में सोमवार को शपथ लेने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया. इससे पहले दिन में, मुर्मू राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां से निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें संसद भवन तक ले गए. इसके बाद वह शपथ ग्रहण समारोह के बाद राष्ट्रपति भवन लौट गईं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने राष्ट्रपति भवन में मुर्मू का स्वागत किया.
पदभार ग्रहण करने के बाद, मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में ट्राई-सर्विसेज के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया. उनके पूर्ववर्ती कोविंद बाद में जनपथ रोड स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए.
राष्ट्रपति के रूप में देश के नाम अपने पहले संबोधन में, मुर्मू ने कहा कि उनका उत्थान केवल उनकी नहीं बल्कि देश में सभी का उत्थान है.
उन्होंने कहा, ‘जौहर! नमस्कार! मैं भारत के सभी नागरिकों की आशाओं, आकांक्षाओं और अधिकारों के प्रतीक इस पवित्र संसद से अपने सभी साथी नागरिकों को नम्रतापूर्वक बधाई देती हूं. आपका स्नेह, विश्वास और समर्थन मेरे कार्यों और जिम्मेदारियों को निभाने में मेरी सबसे बड़ी ताकत होगी.’
‘मैं भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर चुने जाने के लिए सभी सांसदों और सभी विधान सभाओं के सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं. आपका वोट देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है.’
दिप्रिंट फोटो एडिटर प्रवीण जैन राष्ट्रपति भवन में नए राष्ट्रपति के पहले दिन की झलकियां लेकर आए हैं.