लखनऊ: यूपी की राजनीति में बीजेपी, सपा व बसपा के बाद कांग्रेस को चौथे नंबर की पार्टी माना जाता है लेकिन अब उसे इस स्थान पर मजबूत कम्पिटिशन देने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने तैयारी कर ली है. बीते कुछ महीने के भीतर कांग्रेस के 80 से ज्यादा स्थानीय नेताओं ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है. हाल ही में कांग्रेस की लखनऊ यूनिट के दो दर्जन से अधिक पूर्व पदाधिकारियों ने आप ज्वाइन कर लिया है. कांग्रेस के खेमे में इसको लेकर चिंता है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू का कहना है कि जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं पिछले कई महीनों से एक्टिव नहीं थे. कई लोग जिनको प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जगह नहीं मिली हमने उन्हें फ्रंटल में अहम भूमिका देने की भी बात कही थी लेकिन वे नहीं माने.
लल्लू के मुताबिक, ‘मैं हर वक्त नेता व कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए उपलब्ध रहता हूं फिर भी जो लोग संवादहीनता की बात करते हैं वो गलत हैं.’
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी के लिए कांग्रेस के अंदर की कलह फायदेमंद साबित हो रही है. तमाम कांग्रेसी लगातार आप ज्वाइन कर रहे हैं. पार्टी के राज्यसभा सांसद व यूपी इंचार्ज संजय सिंह हफ्ते में 4 से 5 दिन यूपी में रहकर लगातार लोगों की ज्वाइनिंग करा रहे हैं. कांग्रेस के कई स्थानीय बागी नेता संपर्क में हैं. वहीं कुछ पूर्व एमपी व एमएलए पर भी AAP की नजर है.
कांग्रेसियों को अहम पद दिए जा रहे
आम आदमी पार्टी जिन कांग्रेसियों को ज्वाइन कर रही है उन्हें संगठन में तमाम बेहतर पद भी ऑफर कर रही है. कांग्रेस से आए अमेठी के नेता व पूर्व एमएलसी नदीम अशरफ जायसी को आप ने प्रदेश का को-इंचार्ज बना दिया. लखनऊ के वरिष्ठ नेता सरबजीत मक्कड़ को प्रदेश उपाध्यक्ष बना दिया, यूपी कांग्रेस के पूर्व मीडिया इंचार्ज राजीव बख्शी को लखनऊ पश्चिम सीट का प्रभारी बनाया गया है, वह इस सीट से चुनाव लड़ने के भी इच्छुक हैं.
इसी तरह कांग्रेस छोड़कर आ रहे तमाम नेताओं को आप संगठन में अहम जिम्मेदारी दे रही है साथ एक ही एक जिम्मेदारी कांग्रेसियों को तोड़कर लाने की भी है.
कांग्रेस छोड़कर आप जॉइन करने वाले नेता पार्टी छोड़ने का कारण संगठन में संवादहीनता और नई टीम का पुराने लोगों को ठीक से हैंडल न कर पाना बता रहे हैं.
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर आप ज्वाइन करने वाले कांग्रेस नेता अमित श्रीवास्तव ‘त्यागी’ का कहना है कि कांग्रेस यूपी में अपनी विचारधारा से भटक गई है और संगठन में संवादहीनता चरम पर पहुंच गई थी इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की. इसी तरह कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़कर आप में आए राजीव बख्शी ने भी मौजूदा यूपी कांग्रेस में संवादहीनता को बड़ी वजह बताया.
अब तक 100 से अधिक कांग्रेसी ज्वाइन किए
यूपी में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता वैभव महेश्वरी के मुताबिक, अब तक 100 से अधिक कांग्रेस के स्थानीय नेता प्रदेश भर में आप ज्वाइन कर चुके हैं.
केवल सेंट्रल यूपी में इनकी संख्या 50 से 80 के बीच है. हमें ऐसे लोगों की तलाश है जो साफ-सुथरी छवि के हों और उन्हें संगठन की राजनीति का अनुभव हो. कांग्रेस के ऐसे तमाम नेताओं ने हमसे संपर्क किया और हमने उन्हें पार्टी में सम्मान देते हुए शामिल किया.
पंचायत चुनाव पर फोकस
आम आदमी पार्टी का फिलहाल फोकस पंचायत चुनाव पर है. पिछले दिनों आप सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने घोषणा की थी कि आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत का चुनाव लड़ेगी. पार्टी प्रदेश में हर सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. वहीं कांग्रेस से आप में शामिल हो रहे नेताओं का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा था कि यूपी कांग्रेस में जिस तरह से निराशा का माहौल है उस वजह से वहां के नेता तंग आकर आम आदमी पार्टी जॉइन कर रहे हैं. आप में उन्हें सम्मान व बेहतर मौके दिए जाएंगे.