मुंबई: देवेंद्र फड़णवीस महाराष्ट्र के 21वें मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. बुधवार को मुंबई के विधान भवन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कोर कमेटी और विधायक दल की कई उच्च स्तरीय बैठकों के बाद इस विकास की पुष्टि की गई.
उन्हें सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है.
फडणवीस ने पार्टी विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, “यह एक ऐतिहासिक चुनाव था. इस चुनाव के माध्यम से, एक बात साफ है- एक हैं तो सुरक्षित हैं और मोदी है तो मुमकिन है. मैं हमें यह जनादेश देने के लिए महाराष्ट्र को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं एकनाथ शिंदे और अजीत पवार और हमारे सभी सहयोगियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं. ”
“मुझे गर्व है कि 2019 और 2022 के बीच ढाई साल तक परेशान होने के बावजूद, हमारे किसी भी विधायक ने हमें नहीं छोड़ा, और संघर्ष किया और हमें 2022 में सत्ता वापस दिलाई, और अब हमें यह ऐतिहासिक जनादेश देने का काम किया. अब, ज़िम्मेदारी और भी बड़ी है.”
बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरते हुए, 149 सीटों में से 132 सीटें जीतीं, और पांच स्वतंत्र विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई. महायुति—जिसमें बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार) शामिल हैं—ने विधानसभा की 288 सीटों में से 237 सीटें जीतीं (इसमें 2 स्वतंत्र विधायक भी शामिल हैं जिन्होंने शिंदे की शिवसेना का समर्थन किया.)
महाराष्ट्र भाजपा की कोर कमेटी की बैठक सुबह करीब 10 बजे पार्टी के विधान भवन कार्यालय में आयोजित की गई, जिसके बाद राज्य विधानमंडल के केंद्रीय कक्ष में विधायक दल की बैठक हुई.
विधायक दल की बैठक में वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार ने नेता के रूप में फड़नवीस के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका पंकजा मुंडे, रवींद्र चव्हाण और प्रवीण दरेकर ने समर्थन किया.
विधायक राम कदम ने मीडियाकर्मियों से कहा, “हमें बहुत खुशी है कि फड़णवीस अब महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे. 2014 से 2019 के बीच हमने कैसे काम किया, ये सबने देखा है. अब महाराष्ट्र एक बार फिर विकास के मामले में रफ्तार पकड़ेगा. फड़णवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र पहले ही देख चुका है कि वह विकास के लिए कितनी मेहनत करते हैं.”
दरेकर ने कहा, ”भाजपा कार्यकर्ताओं के रूप में, हम खुश हैं कि फड़णवीस को हमारा नेता चुना गया है।”
वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने मीडियाकर्मियों से कहा कि फड़णवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार बनेगी. उन्होंने कहा, “लोगों की नब्ज महत्वपूर्ण है और जब ऐसा ऐतिहासिक जनादेश चुना जाता है, तो इसका मतलब है कि लोग फड़नवीस का समर्थन कर रहे हैं… फड़नवीस के अनुभव के साथ, सुशासन, सरकार और प्रशासन होगा.”
फड़णवीस दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. शिंदे ने 2022 में महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने के बाद, अपने शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई थी. उस समय भाजपा के पास 105 विधायक होने के बावजूद, फड़नवीस ने सरकार में शिंदे के डिप्टी के रूप में कार्य किया.
हालांकि, इस बार ऐतिहासिक जनादेश मिलने के बाद, भाजपा को मुख्यमंत्री पद पर दावा करने की उम्मीद थी और फड़णवीस शीर्ष पद के लिए सबसे आगे थे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने विधायक दल की बैठक में कहा, ”आज का दिन ऐतिहासिक है. हमने यह चुनाव देवेंद्र फड़णवीस के नेतृत्व में लड़ा और हमें यह ऐतिहासिक जनादेश मिला.”
विधायक दल की बैठक की निगरानी के लिए गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को नियुक्त किया गया. विधायक दल के नेता के चुनाव के बाद, फड़नवीस, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के साथ, सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन या राज्यपाल के घर गए.
शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होना है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे.
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