scorecardresearch
Thursday, 31 October, 2024
होमराजनीतिकपिल मिश्रा बोले- शाहीन बाग के साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास भी खाली करवाएंगे

कपिल मिश्रा बोले- शाहीन बाग के साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास भी खाली करवाएंगे

विवादित बयान को लेकर निर्वाचन आयोग ने कपिल मिश्रा पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया था, वह लगातार शाहीन बाग का मुद्दा उठा रहे हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के मॉडल टाउन से उम्मीदवार कपिल मिश्रा एक बार फिर शाहीन बाग में चल रहे नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर आम आदमी पार्टी को घेरा है. उन्होंने ट्वीट किया है, ‘अगर आम आदमी पार्टी ने पांच साल में अस्पताल, फ्लाईओवर, कॉलेज, सड़कें और स्कूल बनाए होते तो पार्टी को शाहीन बाग बनाने की जरूरत नहीं पड़ती. अब जब आप ने शाहीन बाग बना ही लिया है तो शाहीन बाग के साथ साथ मुख्यमंत्री निवास भी खाली करवाएंगे हम दिल्ली वालें.’

बता दें कि विवादित बयान को लेकर निर्वाचन आयोग ने कपिल मिश्रा पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन पाबंदी झेलने के बाद भी मिश्रा के तेवर नरम नहीं पड़े हैं. वह लगातार शाहीन बाग का मुद्दा उठा रहे हैं.

इससे पहले कपिल मिश्रा ने शाहीन बाग को मिनी पाकिस्तान कहा था, साथ ही उन्होंने ट्वीट किया था 8 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में दिल्ली में हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मुकाबला होगा. चुनाव आयोग द्वार ट्विटर को निर्देश दिए जाने के बाद विवादित ट्वीट को हटा दिया गया था.

दिल्ली विधानसभा चुनाव का ध्रुवीकरण बहुत तेजी से हो रहा है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा पर भी धार्मिक शत्रुता फैलाने तथा राष्ट्रीय एकता को खतरा पैदा करने वाले बयान देने का आरोप लगाते हुए दिल्ली के स्टार प्रचारक की सूची से हटा दिया गया है. बता दें कि जबसे ठाकुर को हटाया गया है तब से उनके द्वारा प्रचार कराए जाने की मांग तेजी से बढ़ी है.


यह भी पढ़ें: कपिल मिश्रा 48 घंटे नहीं कर सकेंगे प्रचार, भाजपा प्रत्याशी बग्गा भी निशाने पर चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस


चुनाव आयोग ने विवादित बयानों को लेकर मंगलवार को ठाकुर को और बुधवार को भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी कर दोनों नेताओं से गुरुवार को दोपहर 12 बजे तक आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखने को कहा है.

पार्टी के सूत्र ने कहा कि चुनाव आयोग के नोटिस का भाजपा कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों के बीच ठाकुर की लोकप्रियता में बमुश्किल कोई प्रभाव पड़ेगा. इसके उलट, दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनसे प्रचार कराने की मांग बढ़ी है.
बता दें कि दिल्ली में आठ फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं.

share & View comments