नई दिल्ली: महाराष्ट्र की राजनीति में गहरा संकट सामने आया है. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी में अलग गुट बना कर विधायकों को लेकर गायब रहे है जिससे विधान परिषद चुनाव में एमवीए को मात खानी पड़ी. वहीं इसको लेकर शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेस की और इसे सरकार को गिराने की साजिश बताया.
मीडिया से मिल रही ताजा जानकारी के मुताबिक बीजेपी शिवसेना के 10 विधायकों को सूरत से अहमदाबाद शिफ्ट कर रही है, जो कि एकनाथ शिंदे के साथ हैं.
शरद पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘साथियों से बात करेंगे कि ऐसा क्यों हुआ. ढाई साल में तीसरी बार एमवीए सरकार को गिराने की कोशिश की गई. हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है.
एनसीपी प्रमुख ने कहा कि पहले भी एनसीपी विधायकों को तोड़ने की कोशिश हुई. एमएलसी चुनाव में हमारे एक उम्मीदवार की हार हुई है.
उन्होंने कहा कि ढाई साल से सरकार ठीक चल रही है. उद्धव के नेतृत्व में सरकार चलती रहेगी.
पवार ने कहा कि एमएलसी चुनाव में क्रॉस वोटिंग होती रहती है. उद्धव ठाकरे बेहतर नेतृत्व दे रहे हैं. उद्धव के हर फैसले को हम सपोर्ट करेंगे.
बदलाव के सवाल को लेकर शरद पवार ने कहा कि अभी किसी तरह की बदलवा की जरूरत नहीं लगती. नेतृत्व में बदलाव शिवसेना का आंतरिक मामला. मुझे जानकारी नहीं की शिंदे सीएम बनना चाहते हैं. शिंदे को नई जजिम्मेदारी का फैसला सीएम करेंगे. उम्मीद है कि उद्धव ठाकरे रास्ता निकाल लेंगे.
बीजेपी शिवसेना विधायकों को सूरत से अहमदाबाद भेजने की तैयारी में है.
शिंदे समर्थक तीन विधायकों को सीएम आवास लाया गया- जिनमें दादा भूसे, संजय राठौर, संजय बांगर को मुंबई के एक होटल से लाया गया.
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