नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने युवाओं के लिए युवा ‘भर्ती विधान’ नाम से शुक्रवार को घोषणापत्र जारी किया. हालांकि अपने चुनाव लड़ने के फैसले पर प्रियंका गांधी ने कहा कि अभी ये तय नहीं किया गया है.
प्रियंका गांधी ने इस बात के भी संकेत दिए कि यूपी चुनावों में वो ही कांग्रेस पार्टी का चेहरा होंगी. उन्होंने कहा, ‘क्या मेरे अलावा कोई और चेहरा नज़र आ रहा है.’
उन्होंने कहा कि जनता को जागरूक होना पड़ेगा और बदलाव लाना होगा.
प्रियंका गांधी ने चुनाव के बाद दूसरी पार्टियों से गठबंधन करने का भी संकेत दिया. उन्होंने कहा, ‘अगर हम भविष्य में किसी पार्टी के साथ जुड़ें भी तो हमारा एजेंडा स्पष्ट है और इसे लेकर आगे बढ़ा जाएगा.’
प्रियंक गांधी ने युवाओं के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए शुक्रवार को कहा कि हम कोई भी खोखला वादा नहीं कर रहे हैं, सरकार के पास पर्याप्त पैसे हैं.
कांग्रेस के ‘भर्ती विधान ‘ में पांच सेक्शन है, जिसमें युवाओं की अलग-अलग समस्याओं पर फोकस करने की बात कही गई है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होने हैं और चुनावों के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.
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‘परीक्षा कैलेंडर, रोज़गार, यूथ फेस्टिवल, स्थानीय कौशल को बढ़ावा’
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में रोजगार, स्थानीय कौशल को बढ़ावा देने की बात कही है.
उन्होंने कहा, ‘एक परीक्षा कैलेंडर जारी किया जाएगा, जिसमें भर्ती विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज होंगी और इसका उल्लंघन होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आरक्षण के घोटाले को रोकने के लिए हर भर्ती के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक होंगे.’
गांधी ने कहा, ‘हम हर साल प्रदेश में यूथ फेस्टिवल कराना चाहते हैं, जिसमें युवाओं की पसंद को शामिल किया जाएगा. वहीं क्रिकेट के लिए एक विश्वस्तरीय एकडेमी खोलने की बात कही गई और स्थानीय कौशल को भी बढ़ावा दिया जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘प्राथमिक विद्यालयों में खाली 1.5 लाख खाली पद भरे जाएंगे और माध्यमिक, उच्चा शिक्षा, पुलिस आदि विभागों में खाली पदों को भरा जाएगा. भविष्य के निर्माण के लिए अच्छी शिक्षा बहुत जरूरी होती है. यूपी सरकार ने शिक्षा का बजट कम किया है, लेकिन अगर हमारी सरकार आती है तो इसे बढ़ाया जाएगा.’
प्रियंका गांधी ने कहा कि सभी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में रोजगार से जुड़े प्लेसमेंट सेल होगी और सभी आधुनिक चीज़ों से इसे लैस कर अपग्रेड किया जाएगा.
घोषणापत्र में संस्कृत के शिक्षक, उर्दू के शिक्षक, आंगनबाड़ी, आशा आदि में खाली सभी पदों को भरने का वादा किया गया है. वहीं भर्ती प्रक्रिया में नौजवानों का जो भरोसा टूटा है, उसे बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म के लिए शुल्क माफ और बस, ट्रेन यात्रा फ्री करने का वादा किया गया है.
प्रियंका गांधी ने कहा, ‘युवाओं के रोजगार के लिए नये अवसर प्रदान किये जाएंगे. मल्लाहों और निषादों के लिए विश्वस्तरीय संस्थान बनाया जाएगा जिसमें उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा. अति पिछड़े समुदाय के युवाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए 1 फीसदी ब्याज की दर से कर्ज दिया जाएगा.’
‘प्रदेश के युवाओं को नशे के जाल से निकालने के लिए एक सेंटर खोला जाएगा जो युवाओं की काउंसिलिंग करेगा. इसके अलावा सांस्कृतिक क्षेत्र में युवाओं को बढ़ावा दिया जाए. हम आपके भविष्य की ठोस बात करना चाहते हैं.’
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भाजपा का विज़न फेल हो चुका है: राहुल गांधी
घोषणापत्र जारी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत को एक नया विज़न चाहिए और जो विज़न नरेंद्र मोदी ने दिया वो फेल हो चुका है. उन्होंने कहा, ‘आज भाजपा के ही लोग कह रहे हैं कि कहीं कुछ गड़बड़ है.’
गांधी ने कहा कि इसकी शुरुआत हम उत्तर प्रदेश से कर रहे हैं. यहां के युवा जानते हैं कि बीते कई सालों में कुछ नहीं हुआ.
गांधी ने कहा, ‘डेमोग्रैफिक डिविडेंड को नरेंद्र मोदी ने डिजास्टर में बदल दिया. भाजपा का विजन पूरे देश का विजन नहीं है. और नया विजन सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही दे सकती है. छोटी पार्टियां ऐसा नहीं कर सकतीं.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के समय देश की या प्रदेशों की जैसी आर्थिक हालत रही, उसे दूसरी पार्टियों के कार्यकाल से तुलना कीजिए. हमारा ट्रैक रिकॉर्ड हमेशा बेहतर रहा है. इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने रोजगार खोया है, उसका कारण है नोटबंदी, गलत जीएसटी और कोरोना लॉकडाउन. कांग्रेस ऐसे काम कभी नहीं कर सकती.’
राहुल गांधी ने कहा कि हमने कोशिश की है कि हम यूपी के युवाओं को नया रास्ता और नई स्ट्रैटेजी दें.
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने यूपी में महिलाओं के लिए भी एक अलग घोषणापत्र जारी किया था जिसमें 40 फीसदी सीटें महिलाओं को देने का वादा किया गया था.
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