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Thursday, 24 July, 2025
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‘तुगलकी SIR’ को लेकर बिहार चुनाव बहिष्कार पर INDIA के विचार पर कांग्रेस ने कहा – सभी विकल्प खुले हैं

यह बयान एक दिन बाद आया है जब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पहली बार कहा था कि विपक्ष के लिए चुनाव बहिष्कार का विकल्प मौजूद है.

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नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि बिहार में चल रही चुनाव आयोग की स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया के ज़रिए तैयार हो रही वोटर लिस्ट को वह “स्वीकार नहीं करेगी” और इस कारण INDIA गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव के अभूतपूर्व विकल्प — बहिष्कार — पर विचार कर रहा है.

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बिहार में संयुक्त रूप से चुनाव लड़ रही INDIA गठबंधन की पार्टियां इस मुद्दे पर बातचीत कर रही हैं. बुधवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सबसे पहले यह कहा था कि विपक्ष के सामने चुनाव बहिष्कार का विकल्प खुला है.

अल्लावरू ने कहा, “हम मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को चुनौती देते हैं कि बिहार की हर विधानसभा सीट पर 1000 लोगों को रैंडमली चुनकर जांच करें कि तय प्रक्रिया का पालन हो रहा है या नहीं. अगर 25 प्रतिशत भी सही निकल जाए, तो हम इस प्रक्रिया को स्वीकार कर लेंगे. सच्चाई यह है कि यह वोटर लिस्ट बीजेपी और ज्ञानेश कुमार की है। हम इसे नहीं मानते.”

जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस तेजस्वी के चुनाव बहिष्कार वाले विचार से सहमत है, तो अल्लावरू ने कहा, “INDIA गठबंधन ने शुरू से ही कहा है कि यह SIR चुनाव चुराने के लिए बनाई गई है. इसलिए हर विकल्प पर बातचीत चल रही है. एक बात साफ है कि बिहार के लोगों का वोट चुराया जा रहा है. हमारे सारे रास्ते खुले हैं. हर विकल्प पर विचार हो रहा है.”

INDIA गठबंधन की पार्टियां संसद में भी SIR के खिलाफ विरोध कर रही हैं और इस विवादास्पद प्रक्रिया पर चर्चा की मांग कर रही हैं, जिसे सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी गई है. संसद के बाहर जब नेता विपक्ष राहुल गांधी से तेजस्वी के बयान पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां सामने आई हैं.

राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा, “हमने सिर्फ एक विधानसभा सीट (कर्नाटक में) देखी और हमें यह मिला. मुझे पूरा यक़ीन है कि एक के बाद एक सीट पर यही ड्रामा हो रहा है… मैं चुनाव आयोग को एक संदेश देना चाहता हूं—अगर आपको लगता है कि आप इससे बच निकलेंगे, अगर आपके अधिकारी सोचते हैं कि वे इससे बच निकलेंगे, तो आप ग़लत हैं, आप इससे नहीं बचेंगे क्योंकि हम आपके पीछे आने वाले हैं.”

सुप्रीम कोर्ट 28 जुलाई को बिहार SIR की सुनवाई करेगा. 10 जुलाई को कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा था कि SIR के तहत पहचान के प्रमाण के रूप में आधार, राशन कार्ड और वोटर आईडी पर विचार किया जाए.

हालांकि, कोर्ट को अपनी लिखित दलील में चुनाव आयोग ने कहा कि ये तीनों दस्तावेज़ अकेले वैध दस्तावेज़ नहीं माने जा सकते और इन्हें सिर्फ अन्य प्रमाणों के साथ पूरक दस्तावेज़ के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.

अल्लावरू ने कहा, “पहले बूथ कैप्चरिंग होती थी. अब बीजेपी चुनाव आयोग के ज़रिए वोटर लिस्ट चुरा रही है. हम इस प्रक्रिया को स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं. ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है.”

जब उनसे पूछा गया कि क्या INDIA गठबंधन ने प्रशांत किशोर से संपर्क किया है, जिनकी पार्टी जन सुराज भी बिहार के चुनावी मैदान में है, तो कांग्रेस नेता ने कहा कि जो भी पार्टी SIR का विरोध करती है, वह विपक्ष के साथ आने के लिए स्वागत योग्य है.

उन्होंने कहा, “जो इसका विरोध नहीं करता, वह बीजेपी के साथ है.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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