नई दिल्लीः विधायक आर. रोशन बेग को बर्खास्त करने के एक दिन बाद कांग्रेस आलाकमान ने बुधवार को कनार्टक कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया. हलांकि पार्टी ने राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप गुंडू राव और कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खांडरे को नहीं हटाया है. कांग्रेस ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी.
यह कदम पार्टी द्वारा बेंगलुरु के वरिष्ठ विधायक रोशन बेग को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए निलंबित करने के एक दिन बाद लिया गया है. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने उनकी गतिविधियों की जांच के बाद कर्नाटक इकाई की सिफारिश पर बेग के निलंबन को मंजूरी दी थी.
बेग गलत कारणों से चर्चा में रहे, जिसमें आभूषण कारोबारी मोहम्मद मंसूर खान द्वारा संचालित बहु-करोड़ चिट फंड योजना में उनकी कथित संलिप्तता शामिल है. मंसूर 8 जून को भारत छोड़कर भाग गया था.
लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी का खराब प्रदर्शन
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के दक्षिण भारत का मात्र राज्य कर्नाटक है जहां बीजेपी ने बड़ी दर्ज करने में कामयाब रही है. बीजेपी को वहां 25 सीटों पर जीत मिली है जबकि कांग्रेस गठबंधन को सिर्फ 2 सीटों पर जीत हासिल हुई है. माना जाता है कि राज्य में बीजेपी के इतने अच्छी प्रदर्शन की वजह कांग्रेस के अंदर अंदरूनी टूट-फूट है. इससे कई बार सहयोगी जेडीएस भी असहज स्थिति में पड़ जाती है.
राज्य में कांग्रेस-जेडीएस ने मिलकर बनाई है सरकार
वहीं राज्य में विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद जेएडीएस के नेतृत्व में सरकार की सहयोगी है. कांग्रेस ने 78 सीटें तो जेडीएस ने 38 सीटें हासिल की है. जबकि भाजपा 104 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बहुमत न होने से सरकार बनाने में नाकाम रही है. कांग्रेस और जेडीएस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा को रोकने के लिए दोनों साथ आई हैं.
(न्यूज एजेंसी आईएएनएस के इनपुट्स के साथ)