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Friday, 20 December, 2024
होमराजनीतिअगर कांग्रेस ने दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का मन बना लिया है तो विपक्ष गठबंधन का कोई मतलब नहीं: AAP

अगर कांग्रेस ने दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का मन बना लिया है तो विपक्ष गठबंधन का कोई मतलब नहीं: AAP

दिल्ली के कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की और संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने बुधवार को कहा कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना लिया है तो उसके साथ गठबंधन करने का कोई मतलब नहीं है.

आप का यह बयान कांग्रेस नेता अलका लांबा की उस टिप्पणी के बाद आया कि उनकी पार्टी के नेतृत्व ने उन्हें 2024 के चुनाव के लिए सभी सात सीटों पर तैयारी करने का निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि दिल्ली के कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की और संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.

कांग्रेस और आप विपक्षी समूह “इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) का हिस्सा हैं.

आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि लांबा के बयान के बाद उनका शीर्ष नेतृत्व विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया’’ की मुंबई बैठक में भाग लेने पर फैसला करेगा.

दिल्ली के कांग्रेस नेताओं के बैठक के बाद के बाद दिल्ली कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि उन्हें 2024 के चुनावों से पहले सभी सात सीटों पर मजबूती से काम करने का निर्देश दिया गया है.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “गठबंधन करना है या नहीं, इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन हमें सभी सात सीटों पर खुद को तैयार करने के लिए कहा गया है. हम सभी सात सीटों पर खुद को ठीक से तैयार करने के बाद मजबूती से लोगों के पास जाएंगे.”

उनके बयान के बाद कक्कड़ ने कहा कि अगर कांग्रेस दिल्ली में अकेले लड़ना चाहती है तो ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है.

प्रियंका ने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस ने मन बना लिया है कि दिल्ली में वो हमारे साथ गठबंधन नहीं करेंगे तो ‘इंडिया’ की बैठक में शामिल होने और अपना समय बर्बाद करने का कोई मतलब नहीं है. हमारा शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होंगे या नहीं.’’

कक्कड़ ने बताया, “यह कांग्रेस ही थी जिसने दिल्ली में गठबंधन बनाने के लिए आप से संपर्क किया था क्योंकि उनका दिल्ली में कोई अस्तित्व नहीं है.”

आप के अन्य नेताओं ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं.

आप विधायक विनय मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस को उसका रुख स्पष्ट करने की जरूरत है.

उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस इसी तरह बयान देती रही तो ‘इंडिया’ गठबंधन का कोई मतलब नहीं रहेगा. कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करने की जरूरत है.” उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश और दिल्ली की जनता के हित को ध्यान में रखते हुए कोई फैसला लेंगे.

आप नेता सोमनाथ भारती ने कहा, “हर किसी को यह एहसास होना चाहिए कि हमें अपनी महत्वाकांक्षाओं को एक तरफ रखकर देश और संविधान के बारे में सोचना चाहिए.”


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