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Friday, 13 December, 2024
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‘विपक्ष अंट-शंट बोल रहा है’, शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार पर CM नीतीश बोले- कोई अनियमितता नहीं हुई

नीतीश कुमार ने कहा कि नियुक्तियों का काम बहुत ही तेजी और अच्छे से हो रहा है. विपक्ष इस मुद्दे पर अंट-शंट इसलिए बोल रहा है क्योंकि उन्हें ऊपर ऐसा बोलने के लिए से कहा जाता है.

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नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राज्य में 1 लाख से अधिक शिक्षकों की भर्ती में अनियमितता के आरोपों को खारिज कर दिया, जिन्हें गुरुवार को नियुक्ति पत्र मिलने वाले हैं.

बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार पर बोलते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि वे (भाजपा) जब साथ में थे तब इस बारे में नहीं बोलते थे. उन्हें ऐसा बोलने के लिए बोला जाता है इसलिए बोल रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है. सभी नियुक्तियां अच्छे से हो रही हैं.

कुमार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि नियुक्तियों का काम बहुत ही तेजी और अच्छे से हो रहा है. विपक्ष इस मुद्दे पर अंट-शंट इसलिए बोल रहा है क्योंकि उन्हें ऊपर ऐसा बोलने के लिए से कहा जाता है.

बिहार शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण पर बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने कहा कि “यह एक दिखावा है. जो शिक्षक नियुक्त हो चुके हैं उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाए, यह कौन सा खेल है? नए लोगों को लीजिए…जिनकी सुनवाई हो रही है, जो इस पर आपत्ति और विरोध कर रहे हैं उनकी बात क्यों नहीं सुन जा रही? स्कूलों में शिक्षक क्यों नहीं हैं?”

बता दें कि बिहार में हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में विपक्ष लगातार भ्रष्टाचार होने का आरोप लगा रहा है. भाजपा नेताओं सहित अन्य विपक्ष ने इसमें जांच की मांग कर रहे हैं.

कल एक बड़ा दिन है

उन्होंने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, “कल एक बड़ा दिन है. जो लोग गलतियां निकाल रहे हैं वे जब तक मेरे साथ थे तब तक कभी कोई समस्या नहीं हुई. अब वे ऊपर से निर्देश मिलने पर ऐसा कर रहे हैं.”

जद (यू) नेता भाजपा के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे, जिसे उन्होंने एक साल पहले छोड़ दिया था, और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जिनके साथ उन्होंने इस साल की शुरुआत में विवाद किया था और 1.20 लाख शिक्षकों की भर्ती को “घोटाला” करार दिया था.

विपक्षी नेता आरोप लगाते रहे हैं कि चयन प्रक्रिया में पैसे का लेन-देन हुआ है और कई संविदा शिक्षकों को आंकड़ों को बढ़ाने के लिए नई भर्ती के रूप में दिखाया जा रहा है, जिसका उपयोग महागठबंधन सरकार रोजगार सृजन का दावा करने के लिए कर रही है.

कुमार ने एक समारोह से इतर पत्रकारों से बात की, जहां उन्होंने लगभग 14,000 करोड़ रुपये की बिजली परियोजनाओं का शुभारंभ किया.

अपने भाषण में, कुमार ने प्रेस में अपनी सरकार की कम अनुकूल कवरेज पर नाराजगी जताई और शिकायत की कि केंद्र उनकी कई उपलब्धियों का श्रेय ले चुका है.

जद (यू) सुप्रीमो, जिन्होंने अगले साल के लोकसभा चुनावों में भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने की कसम खाई है, ने कहा, “एक बार मौजूदा सरकार पैकिंग कर देगी, तो आप सभी स्वतंत्र रूप से अपने काम करने में सक्षम होंगे.”


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