जयपुर (राजस्थान) : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की है कि राज्य बिहार की तरह जाति-आधारित जनगणना कराएगा. शुक्रवार को जयपुर में राज्य पार्टी की बैठक के बाद गहलोत ने मीडिया से बातचीत में ये बात कही.
सीएम गहलोत ने कहा, “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में जाति जनगणना की व्यवस्था बनाई थी और उसी आधार पर यहां भी इसे करेंगे. राजस्थान सरकार भी बिहार की तरह जाति जनगणना कराएगी. हम इस अवधारणा को लेकर चलेंगे कि होनी जनसंख्या के आधार पर लोगों की भागीदारी होनी चाहिए. बिहार की तर्ज पर जाति आधारित जनगणना कराने के निर्देश दिए जाएंगे.”
बिहार में किए गए जाति-आधारित सर्वेक्षण की रिपोर्ट 2 अक्टूबर को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने जारी किए थे. बिहार में कांग्रेस सरकार की सहयोगी है.
जाति आधारित जनगणना के महत्व पर जोर देते हुए अशोक गहलोत ने कहा, ”जब हम सामाजिक सुरक्षा की बात करते हैं तो इसे तभी लागू किया जा सकता है जब हमें पता हो कि जाति के आधार पर स्थिति क्या है. देश में अलग-अलग जातियां रहती हैं जो अलग-अलग काम करती हैं, जब हमें पता चल जाएगा कि किस जाति की आबादी कितनी है तो हम उनके लिए विशेष योजनाएं बना सकते हैं.”
इससे पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कहा कि अगर कांग्रेस राज्य में फिर से सत्ता में आती है, तो बिहार की तरह ही राज्य में जाति जनगणना कराई जाएगी.
प्रियंका गांधी ने चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, “मैं घोषणा करती हूं कि अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में दोबारा सरकार बनाती है, तो बिहार की तरह हम भी राज्य में जाति जनगणना कराएंगे.”
बिहार सरकार ने जाति सर्वेक्षण डेटा जारी किया जिसमें दिखाया गया कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) मिलकर राज्य की आबादी का 63 प्रतिशत हैं.
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