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Monday, 25 November, 2024
होमराजनीतिकाम पर लौटे मुख्यमंत्री केजरीवाल, कहा- यह लड़ने का वक्त नहीं है जनआंदोलन कर हराएंगे कोरोना को

काम पर लौटे मुख्यमंत्री केजरीवाल, कहा- यह लड़ने का वक्त नहीं है जनआंदोलन कर हराएंगे कोरोना को

दिल्ली के अस्पतालों में दिल्ली के मरीजों का ही इलाज हो ऐसी कोशिश थी, लेकिन कैबिनेट के इस फैसले को उपराज्यपाल साहब के पलटे जाने के आदेश को हमने स्वीकार किया है और कहा इसका अक्षरश: पालन होगा.

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नई दिल्ली: आंकड़ें दिखा रहे हैं कि आने वाले दिनों में दिल्ली में कोविड-19 के मामले उल्लेखनीय रूप से बढ़ेंगे और हमारे आगे बड़ी चुनौती का समय आने वाला है. यह कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का. केजरीवाल ने मंगलवार को उप मुख्यमंत्री द्वारा कही बात कि दिल्ली में 31 जुलाई तक 80,000 तक बिस्तरों की जरूरत पड़ेगा को आज फिर दोहराया और कहा अब कोरोना से लड़ाई को जनआंदोलन बनाना है. ये राजनीतिक लड़ाई का वक्त नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए 31,000 से अधिक लोगों में से 18,000 लोगों का उपचार चल रहा है.

बता दें कि हल्के बुखार और गले में खराश के बाद खुद केजरीवाल ने दो दिनों के लिए खुद को आइसोलेट कर लिया था और कल देर शाम उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी. केजरीवाल बुधवार को मीडिया से बात करते हुए देशवासियों को उन्हें शुभकामनाएं देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद भी दिया.

अपने संदेश में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की कैबिनेट कुछ समय के लिए चाहती थी कि दिल्ली के अस्पतालों में दिल्ली के मरीजों का ही इलाज हो लेकिन कैबिनेट के इस फैसले को उपराज्यपाल द्वारा पलटे जाने के आदेश को स्वीकार किया है और कहा है यह असहमति का समय नहीं है.

केजरीवाल ने दिल्ली के अस्पतालों के संबंध में उप राज्यपाल के आदेश पर कहा, ‘अगर दूसरे राज्यों से इलाज के लिए लोग दिल्ली आते रहे तो हमें 31 जुलाई तक 1.5 लाख बिस्तरों की जरूरत पड़ेगी.’

‘अब जब एलजी साहब ने आदेश दे दिया है उसका पालन होगा. इसमें कोई वाद-विवाद नहीं करना है. मैं सबको यह बात कहना चाहता हूं कि इसका पालन होगा.’ उन्होंने कहा.

उन्होंने यह भी कहा, ‘यह चुनौती बहुत बड़ी है. हमें खुद को और अपनों को कोरोना से बचाना है. इस लड़ाई को जन आंदोलन बनाना है. हमें मास्क पहनना है, बार-बार हाथ धोने हैं और हाथ को सैनिटाइज करते रहना है.’

‘अब हमें सिर्फ खुद ही नहीं बल्कि कोई नहीं कर रहा है तो उसे भी मास्क लगाने, हाथ धोने के लिए कहना है. उसे टोकना है और कोरोना के खतरे के बारे में बताना है.’

केजरीवाल ने कहा, ‘ लोगों को कहना होगा कि अगर कोई नियमों का पालन नहीं कर रहा तो उसकी वजह से यह बीमारी दूसरों को फैल सकती है, यह उसे बताना होगा, जैसा हमने ऑड-ईवन के दौरान किया था जब कोई नियम पालन नहीं करता था तो गाड़ी का शीशा नीचे कर उसे कहते थे कि भाई साहब घर चले जाओ. ऐसे ही इसको भी जन आंदोलन बनाना है.


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बड़ी चुनौती

अपनी बातचीत के दौरान केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह आसान नहीं है बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन यह हमारी ही जिम्मेदारी भी है. उन्होंने कहा कि मैं अब खुद जमीन पर उतरूंगा, स्टेडियम, बैंक्वेट हॉल और होटल्स को कल के लिए तैयार करवाऊंगा.

इस दौरान केजरीवाल ने पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वह अपने अपने राज्यों में कोरोना से लड़ने की हर मुमकिन कोशिश करें जिससे दिल्ली पर भार कम पड़े. वैसे तो सभी राज्य अपनी तरफ से भरसक कोशिश कर रहे हैं.

हालांकि उन्होंने मीडिया में मरीजों को बेड न मिलने की बात पर चिंता जताई और कहा कि खामियां रह जाती हैं लेकिन हमें इसे मिलकर दूर करना है. लेकिन उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि भटकने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है. आज भी करीब 4200 बेड विभिन्न अस्पतालों में खाली हैं.

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