नई दिल्ली : कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को शपथ दिलाने के तरीके को लेकर बुधवार को भगवा पार्टी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि राष्ट्रपति शासन खत्म करने के लिये आदेश हासिल करने को लेकर सुबह चार बजे राष्ट्रपति को जगा कर राष्ट्रपति कार्यालय का अतिक्रमण किया गया.
मैंने अपने परिवार को निम्नलिखित ट्वीट करने के लिए कहा है:
संविधान दिवस 2019 की यादों में क्या रहेगा। 23 से 26 नवंबर के बीच महाराष्ट्र में संविधान का सबसे बड़ा उल्लंघन हुआ।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 27, 2019
चिदंबरम की ओर से उनके परिवार द्वारा किये गये एक ट्वीट में कहा गया है, ‘संविधान दिवस 2019 की स्मृति में यह बना रहेगा कि 23 नवंबर और 26 नवंबर 2019 के बीच संविधान का जबरदस्त उल्लंघन किया गया.’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘राष्ट्रपति शासन को हटाने के आदेश पर हस्ताक्षर के लिये सुबह 4 बजे उनके (राष्ट्रपति के) कार्यालय का अतिक्रमण किया गया. उसने (सरकार ने) इसके लिये सुबह 9 बजे तक इंतजार क्यों नहीं किया.’ भ्रष्टाचार और धन शोधन के आरोप में तिहाड़ जेल में कैद पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रहे शिवसेना-राकांपा -कांग्रेस गठबंधन को भी बधाई दी.
राष्ट्रपति शासन को हटाने के लिए सुबह 4.00 बजे राष्ट्रपति को जगाना, राष्ट्रपति भवन के कार्यालय पर हमला है। क्या वो लोग सुबह 9 बजे तक इंतजार नहीं कर सकते थे?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 27, 2019
उन्होंने कहा, ‘संसदीय लोकतंत्र के क्रमिक विकास का जश्न मना रहे लोग इस बात से सहमत होंगे कि जटिल, विविध, बहुलवादी समाज गठबंधनों द्वारा सर्वश्रेष्ठ तरीके से शासित किये जाते हैं जो समझौते करना सीखते हैं और एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर राजी होते हैं.’
चिदंबरम ने इन तीनों पार्टियों के गठजोड़ से अपने- अपने व्यक्तिगत दलगत हितों को त्यागने और तीनों दलों के साझा हितों- किसानों के कल्याण, निवेश, रोजगार, सामाजिक न्याय और महिला एवं बाल कल्याण- को लागू करने की अपील की.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ तिहाड़ जेल में अपने पिता से मिलने के बाद कार्ति चिदंबरम ने संवाददाताओं से महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में बात की.
कार्ति ने कहा कि यह अच्छा है कि चुनाव बाद गठबंधन एकजुट है.
उन्होंने कहा, ‘इसने उस अहंकारपूर्ण तौर तरीके का खुलासा कर दिया जिसके जरिये संवैधानिक प्राधिकारों ने रातों रात सरकार बना डाली और राष्ट्रपति को एक उदघोषणा पर हस्ताक्षर के लिये जगाया.’
कार्ति ने कहा, ‘मेरे पिता इस बात से बहुत खुश हैं कि हम एक गठबंधन करने में सक्षम रहें और भाजपा को सरकार में आने से रोक दिया…. ’