पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां लेने उनकी भतीजी और कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला भाजपा कार्यालय पहुंचीं, जहां दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं में जमकर नोकझोंक हुई.
रायपुर: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां लेने मंगलवार को अचानक उनकी भतीजी और कांग्रेस नेत्री करुणा शुक्ला भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर पहुंचीं, यहां भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जमकर नोकझोंक हुई. इस दौरान कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता अटल बिहारी अमर रहे के नारे लगाते रहे. पुलिस ने प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों को हिरासत में लिया है.
भाजपा सूत्रों ने बताया कि कार्यालय में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हो रही थी. इस दौरान कांग्रेस नेत्री करुणा शुक्ला और उनके साथ आए कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया. वे कार्यालय के गेट पर बैठकर अटलजी की अस्थियों की मांग करने लगे.
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सूत्र ने बताया कि पुलिस कांग्रेसियों को वहां से हटाने का प्रयास कर रही थी कि कार्यालय के अंदर से भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव अपने समर्थकों के साथ बाहर आ गए. वे कांग्रेसियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. भाजपाइयों ने उन पर दलबदलू होने का आरोप लगाया. दोनों ओर से नारेबाजी होने से माहौल गरमा गया और दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हुई.
इस घटना के बारे में संजय श्रीवास्तव ने कहा कि अटलजी का स्मारक बनाने के लिए मिट्टी कलश में एकत्र कर भाजपा कार्यालय में रखी गई है, और इन्हें (करुणा को) अटलजी के अपमान की चिंता थी तो वह कलश यात्रा में क्यों शामिल नहीं हुईं.
एक सूत्र ने बताया कि कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की जबरदस्त नोकझोंक हुई. पुलिस ने दोनों पक्षों के नेताओं को वहां से खदेड़ा. प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. हिरासत में लिए गए कांग्रेसियों में करुणा शुक्ला, पूर्व महापौर किरणमयी नायक, कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी, शैलेष नितिन त्रिवेदी और अन्य शामिल थे.