scorecardresearch
Friday, 10 May, 2024
होमचुनावछत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 6,447 मतदाताओं ने घर से वोट डालने का किया फैसला

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 6,447 मतदाताओं ने घर से वोट डालने का किया फैसला

अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुल मतदाताओं में से 19,907 सेवा मतदाता हैं तथा प्रवासी भारतीय मतदाताओं की संख्या 17 है.

Text Size:

रायपुर: छत्तीसगढ़ में 80 वर्ष से अधिक उम्र के तथा दिव्यांग (40 प्रतिशत से अधिक) 6447 मतदाताओं ने वोट डालने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की सुविधा का लाभ उठाते हुए डाक मतपत्र के माध्यम से घर से ही मतदान करने का फैसला किया है. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा. पहले चरण में 20 तथा दूसरे चरण में 70 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे.

अधिकारियों ने बताया कि दोनों चरणों में 1,01,35,561 पुरुष, 1,02,56,846 महिला और 753 तृतीय लिंग समेत कुल 2,03,93,160 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.

उन्होंने बताया कि कुल मतदाताओं में से 2,457 ऐसे हैं जो 100 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं तथा देश में पहली बार हुए चुनाव से ही लोकतंत्र के इस त्योहार (चुनाव) के साक्षी रहे हैं जबकि 18-19 आयु वर्ग के 7,29,267 मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मतदान में हिस्सा लेंगे.

अधिकारियों ने बताया, ”चुनाव आयोग ने 80 वर्ष से अधिक उम्र या 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं के लिए घर से ही डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करने की सुविधा शुरू की है. ऐसे 6447 मतदाताओं ने इस सुविधा का लाभ उठाने का फैसला किया है.”

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

उन्होंने बताया कि राज्य के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से रायपुर शहर उत्तर सीट में सबसे अधिक 96 तृतीय लिंग के मतदाता हैं. राजधानी रायपुर के चार निर्वाचन क्षेत्रों में 275 तृतीय लिंग के मतदाता हैं.

अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुल मतदाताओं में से 19,907 सेवा मतदाता हैं तथा प्रवासी भारतीय मतदाताओं की संख्या 17 है.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.


यह भी पढ़ेंः कौड़ी के मोल से लेकर पाई-पाई के मोहताज तक— कैसे अस्तित्व में आया सिक्का और क्या है इसका इतिहास


 

share & View comments